Planning to Trip Kedarnath : उत्तराखंड में बसे बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल से भक्तों के लिए खोल दिये गए हैं। अब 6 महीने तक केदारनाथ का धाम भक्तों के दर्शन के लिए खुला रहेगा। इस साल अब तक करीब 18 लाख दर्शनार्थियों ने बाबा के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। फिलहाल उत्तराखंड में खराब मौसम के चलते 25 से 30 अप्रैल तक के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहे हैं। अगर आप भी केदारनाथ जाने का प्लान (Planning to Trip Kedarnath) कर रहे हैं, तो कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखें। साथ ही किस वेबसाइट पर जाकर आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, चलिए जानते हैं सब कुछ।
कैसे करें केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
केदारनाथ में दर्शनार्थियों की होने वाली भारी भीड़ और को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हर दर्शनार्थी के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। अगर आप केदारनाथ जाने का प्लान कर रहे तो इसके लिए आपको badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि भारी बर्फबारी और खराब मौसम के चलते फिलहाल 30 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है।
इन बातों का रखें ध्यान
आप (Planning to Trip Kedarnath) दिल्ली से यात्रा कर रहे हैं तो आप हरिद्वार-श्रीनगर-सोनप्रयाग के रास्ते गौरीकुंड पहुंचेंगे। इसके लिए आप अपनी पर्सनल कार या बस से भी गौरीकुंड जा सकते हैं।
गौरीकुंड से आगे वेहिकल नहीं जा सकती हैं। ऐसे में केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए आपके पास तीन ऑप्शन हैं। पहला पैदल यात्रा, दूसरा घोड़े-खच्चर और तीसरा हेलीकॉप्टर से।
पैदल यात्री
अगर आप पैदल केदारनाथ धाम यात्रा जाना चाहते हैं तो फिजिकल टेस्ट जरूर करा लें। पैदल यात्रा कर रहे हैं तो, गौरीकुंड से भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली, घोड़ा पड़ाव होते हुए आप मंदिर तक पहुंचेंगे। बड़ी संख्या में यात्री पैदल ही मंदिर तक जाते हैं। रास्ते में कुछ जगह ऐसे भी आएंगे जहां थोड़ा ऑक्सीजन लेवल कम होगा। कभी-कभी कुछ यात्रियों को इस कारण सांस लेने में थोड़ी दिक्कत होती है। इसलिए जाने से पहले फिजिकल चेकअप जरूर करा लें।
16 किलमीटर की यात्रा को लोग आराम से रूक-रूक कर पूरा कर लेते हैं। अगर आप पैदल जा रहे हैं तो आपको गौरीकुंड से मंदिर तक जाने में तकरीबन 7-8 घंटे लग सकते हैं। बाकी चढ़ाई करने वाले की कैपेसिटी पर भी टाइमिंग डिपेंड करता है कि आप कितनी जल्दी चढाई पूरी कर सकते हैं।
हेलीकॉप्टर से जाने में कितना समय और खर्च
हेलीकॉप्टर से मंदिर तक जाने के लिए आप https://heliyatra.irctc.co.in/ पर लॉगिन कर के टिकट बुकिंग कर सकते हैं। मंदिर तक आने और फिर वापस जाने के लिए पर यात्री का 5500 रुपये का किराया है। मंदिर से 5-6 मिनट की दूरी पर हैलीपैड है। कभी कभार ज्यादा भीड़ी के कारण और खराब मौसम के कारण भी हेलीकॉप्टर सेवा में दिक्कत भी होती है।
किन बातों का रखें ध्यान
केदारनाथ मंदिर साल के 6 महीने बर्फ से ढंका रहात है। इसलिए बर्फ हटने के बाद भी घाटी पर काफी ठंड रहती है। ऊंचे पहाड़ों पर होने के चलते यहां कभी भी बारिश हो जाती है। इसलिए जब भी केदारनाथ के दर्शन को जाएं गर्म कपड़े और एक रेनकोट जरूर रख लें।
रास्ते में कई जगह ऑक्सीजन लेवल कम हो जाती है। इसलिए अगर आपको सांस की दिक्कत है तो डॉक्टर से फिजिकल चेकअप जरूर करा ले। पैदल यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें।
रास्ते में किसी तरह की हेल्थ दिक्कत होतो गौरीकुंड से मंदिर मार्ग तक की आपको कई मेडिकल कैंप मिलेंगे। वहां चेकअप जरूर करा लें, वरना दिक्कत बढ़ सकती है।
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Articles.