EVM Machine : चुनावों में हार के बाद राजनीतिक दलों की ओर से ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर उठाए जाने वाले सवालों से परेशान हो चुका चुनाव आयोग अब इसके खिलाफ की जाने वाली किसी भी तरह की ऊलजलूल और झूठी अफवाहों या बात पर चुप नहीं बैठेगा। ऐसे झूठे आरोपों को चुनाव प्रक्रिया के प्रति लोगों के भरोसे को कमजोर करने की पहल करार देते हुए चुनाव आयोग अब ऐसे लोगों से निपटने की तैयारी कर रही है।
आयोग ऐसे आरोप पर राजनीतिक दल या संबधित लोगों से आरोपों से संबंधित प्रमाण मांगेगा। इसमें नाकाम रहने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विपक्ष की आदत हार का जिम्मा EVM Machine पर फोड़ो
पांच राज्यों में चुनाव नतीजों को लेकर विपक्षी दलों की ओर से फिर से ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा जाने लगा है। छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल समेत कई नेता ऐसे आरोप लगा रहे हैं। इससे पहले आयोग ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलश यादव की ओर से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर लगाए गए आरोपों पर भी सख्ती दिखाई थी।
साथ ही नोटिस जारी उन्हें अपने आरोपों से जुड़े प्रमाण पेश करने को कहा था। इसे वह पेश नहीं कर पाए थे। इसके बाद आयोग ने उन्हें चेतावनी भी जारी की थी। साथ ही भविष्य में ऐसे आरोपों से बचने की सलाह भी दी थी।
आयोग से जुड़े सूत्रों की माने तो राजनीतिक दलों की ओर से ईवीएम (EVM Machine) को लेकर इस तरह के सवाल तब उठाए जा रहे हैं, जब देश में अब तक ईवीएम के जरिए अलग अलग राज्यों में 140 से ज्यादा विधानसभा चुनाव कराए जा चुके हैं। इनमें से करीब 33 चुनाव में अब तक कांग्रेस जीती जबकि करीब 29 चुनाव भाजपा ने जीते हैं।
इसके साथ ही अलग अलग राज्यों में टीएमसी, बीजेडी, आरजेडी, जेडीयू, जेएमएम, सीपीआई, एआईडीएमके और डीएमके जैसे दलों ने जीत दर्ज कर अपनी सरकारें भी बनाई हैं। साथ ही 2004 से 2019 तक चार आम चुनाव भी ईवीएम (EVM Machine) से हो चुके इसमें अब तक दो चुनाव कांग्रेस जीती है और दो भाजपा जीती है।
गौरतलब है कि ईवीएम (EVM Machine) को लेकर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में लंबी लड़ई चली। इस दौरान कोर्ट ने पूर्णरुप से आश्वस्त होने और इनमें वीवीपैट जैसे बदलावों के निर्देश के साथ ही इसके इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। हाल ही में ईवीएम से जुड़े एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकार्ता को कड़ी फटकार भी लागई थी।
Also Read – Remote Voting Machine : EVM के बाद क्या है RVM, क्यों राजनीतिक पार्टियों ने इस पर मचा दिया बवाल?
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Updates.
Click & Join Our WhatsApp Group For Latest, Trending News and more updates.