World Ozone Day 2022 : ओजोन परत (Ozone Layer) को बचाने के लिए 16 सितंबर को विश्व ओज़ोन दिवस (World Ozone Day) मनाया जाता है। 1987 में 16 सितंबर के दिन 45 देशों ने ओजोन लेयर को खत्म होने से बचाने के लिए मॉनिट्रियल प्रोटोकॉल पर साइन किया था। इसी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए यूनाइटेड नेशन UN ने 19 दिसंबर 1994 को इस तरीख को यानी 16 सितंबर को Ozone Day के तौर पर मानाने की घोषणा की थी। World Ozone Day 2022 की थीम Global Cooperation Protecting life on Earth (पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करने वाला वैश्विक सहयोग) रखी गई है। तो, आइये जानते हैं, क्या है ओजोन और और इससे जुड़े कुछ इंट्रस्टिंग फैक्ट्स।
Facts You Must Know About Ozone Layer
ओजोन की खोज क्रिस्चियन फ्रेड्रिच स्कोनबे और हेनरी बुसोन ने की थी। उन्होंने ग्रीक नाम पर इस लेयर को ओजोन नाम दिया।
ओजोन एक तेज बदबूदार Pale Blue रंग की गैस होती है। Ozone एक ग्रीक भाषा का शब्द Ozein है, जिसका मतलब होता है गंध।
अगर ओजोन परत (ozone layer) न हो तो इंसान और जानवर दोनों का इम्यून सिस्टम (immune system) खराब हो जाएगा। इससे महासागरों में फाइटोप्लांकटन उत्पादकता में भी प्रभाव पड़ेगा।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, 1970 में पहली बार साइंटिस्ट्स ने ओजोन लेयर के पतले होने की चेतावनी दी थी। वहीं, साल 1985 में पहली बार अंटार्कटिका (Antarctica) के ऊपर ओजोन लेयर में छेद के बारे में पता लगाया गया था। हालांकि, CFC केमिकल पर बैन लगने के बाद इसे ठीक कर लिया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंटार्कटिका में खोजा गया छेद 29 मिलियन वर्ग किलोमीटर से अधिक था, जो रशिया और कनाडा को मिलाकर बने देश से भी बड़ा है।
साल 1985 में, सैटेलाइट की मदद से ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण के रिसर्चर जोनाथन शंकलिन (Jon Shanklin), जिओफिज़िस्ट (geophysicist) जो फरमन (Joe Farman) और meteorologist मीटियोरलॉजिस्ट ब्रायन गार्डिनर (Brian G Gardiner) ने ओजोन लेयर में छेद का पता लगाया था।
ओजोन लेयर धरती से लगभग 50 किलोमीटर स्ट्रेटोस्फीयर (stratosphere) में पाई जाती है।
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क्या है ओजोन लेयर
ओजोन लेयर को ओजोन शील्ड भी कहा जाता है, क्योंकि ये सूरज (Sun) से निकलने वाली हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन को अपने भीतर अब्सॉर्ब करके UV किरणों (ultravoilet rays) को पृथ्वी (Earth) पर पहुंचने से बचाती है। अल्ट्रावाइलेट रेज़ कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों की वजह बन सकती हैं।
ओजोन होल क्या है
ह्यूमन्स यानी मानवों की गतिविधियों की वजह हमारे पर्यावरण में chlorine और bromine युक्त केमिकल रिलीज़ हो रहे हैं। ये केमिकल्स कुछ मौसमों की स्थिति में मिलकर ओजन लेयर में रिएक्शन का कारण बनते हैं, जिससे ओजोन के मॉलेक्यूल्स डिस्ट्रॉय यानी खत्म होने लगते हैं।