Bengal’s Mayapur will be the largest religious monument in the World : द टेंपल ऑफ वैदिक प्लैनेटेरियम (The Temple of Vedic Planetarium) वेस्ट बंगाल के मायापुर में 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। यह मंदिर वेटिकन सिटी (Vatican City) के सेंट पॉल कैथेड्रिल चर्च और ताजमहल से भी बड़ा होगा। यह सबसे बड़े धार्मिक स्मारक के रूप में कंबोडिया के 400 एकड़ बड़े अंगकोर वाट (Angkor Vat) मंदिर परिसर से भी बड़ा होगा।
द टेंपल ऑफ वैदिक प्लैनेटेरियम में दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद होगा
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मॉन्यूमेंट, द टेंपल ऑफ वैदिक प्लैनेटेरियम में दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद (Dome) भी होगा। यह इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के headquarter (मुख्यालय) के रूप में काम करेगा। यहां आने वाले गेस्ट्य, अनुयायियों को ब्रह्मांडीय निर्माण के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण कराया जाएगा।
ग्रहों और भगवद पुराण की मिलेगी जानकारी
द वैदिक टेंपल ऑफ प्लैनेटरियम में विशाल रोटेटिंग मॉडल होगा, जो भगवद पुराण जैसी पवित्र पुस्तकों में वर्णित ग्रहों की प्रणाली कैसे चलती है, इसे दर्शाएगा। मंदिर का निर्माण 2010 में शुरू हुआ था, और इसकी लागत $100 मिलियन होने की उम्मीद है।
हर मंजिल पर बैठ सकेंगे 10 हजार भक्त
मंदिर के हर मंजिल पर, 10,000 भक्त बैठ सकते हैं, जो इस्कॉन मंदिर के रीति-रिवाजों के अनुसार भगवान कृष्ण के सामने प्रार्थना कर सकेंगे और भजन-नृत्य भी कर सकेंगे। मंदिर में तीन विशाल शिखर बनाए गए हैं। मुख्य शिखर राधा-कृष्ण और पूर्वी शिखर नरसिंह देव का है। रोशनी से हवा तक के लिए प्राकृतिक व्यवस्था रहेगी।
वियतनाम, साउथ अमेरिका और फ्रांस से आए हैं टाइल्स
इस मंदिर में लगने वाले टाइल्स राजस्थान के धौलपुर के साथ ही वियतनाम, फ्रांस, दक्षिण अमेरिका से आए हैं। 350 फीट ऊंचे मंदिर में 14 लिफ्ट लगाई गई हैं। मायापुर चंद्रोदय मंदिर में बन रहे प्लेनेटेरियम में सभी लोक के वर्चुअल दर्शन होंगे। यहां स्थापित सुदर्शन चक्र 20 फीट का है और कलश 40 फीट ऊंचा है।
फोर्ड मोटर के मालिक ने दिये हैं 30 मिलियन डॉलर
बिजनेसमैन हेनरी फोर्ड के परपोते और फोर्ड मोटर कंपनी के मालिक एलफ्रेड फोर्ड ने इसके निर्माण के लिए 30 मिलियन डॉलर डोनेट किया है। एलफ्रेड फोर्ड ने इस्कॉन में शामिल होने के बाद 1975 में अपना नाम बदलकर अंबरीश दास रख लिया था।