Elon Musk quits Trump administration: अमेरिका की राजनीति में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति एलन मस्क की चर्चित जोड़ी अब टूट गई है. हितों के टकराव के बीच मस्क ने ट्रंप का साथ छोड़ दिया है. राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मस्क ट्रंप के करीब आए थे और 20 जनवरी को राष्ट्रपति ट्रंप ने शपथग्रहण के बाद उन्हें अपने प्रशासन में अहम जिम्मेदारी सौंपी दी थी, लेकिन महज पांच महीने में ही दोनों के बीच इस कदर मतभेद उभरे कि मस्क ने राष्ट्रपति ट्रंप के टॉप सलाहकार के रूप में अपनी भूमिका छोड़ने की घोषणा (Elon Musk quits Trump administration) कर दी. उन्होंने यह घोषणा करने से पहले ट्रंप से बात तक नहीं की. मस्क ने एक दिन पहले ही ट्रंप के घरेलू एजेंडे से जुड़े ‘बिग ब्यूटीफुल’ टैक्स बिल की खुलकर आलोचना की थी.
एनल मस्क ने क्यों दिया इस्तीफा
Elon Musk quits Trump administration
टेस्ला के मालिक मस्क ने बुधवार शाम इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्रंप प्रशासन से हटने की घोषणा की. उन्होंने हाल ही यह संकेत दिया था कि अब वह अपनी कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स के कारोबार पर ध्यान देंगे. मस्क ने एक्स पर लिखा, ‘विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में मेरा निर्धारित समय समाप्त हो रहा है. मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे फिजूलखर्ची कम करने का अवसर दिया. डीओजीई समय के साथ मजबूत होगा, क्योंकि सरकार में यह जीवन का एक तरीका बन जाएगा. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने भी मस्क के इस्तीफा देने की पुष्टि की है.
ट्रंप ने पदभार संभालने के बाद सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) का गठन किया था, जिसका जिम्मा मस्क को सौंप था। यह विभाग सरकारी खर्चों में कटौती और दक्षता को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है. इस विभाग ने न केवल बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की बल्कि विदेशी सहायता से जुड़ी यूएसएड एजेंसी पर कैंची तक चला दी. इसके कई निर्णयों पर कानूनी विवाद भी हुआ. मस्क ने सरकारी खर्चों में भारी कटौती का लक्ष्य रखा था, लेकिन उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली. कई बार ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनके मतभेद भी हुए. मस्क ने ट्रंप की राष्ट्रपति उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए 25 करोड़ डालर का योगदान दिया था.
ट्रंप प्रशासन से अलग होने के ये कारण
मस्क ने एक दिन पहले ही ट्रंप के टैक्स बिल की खुलकर आलोचना की थी. उन्होंने मंगलवार को सीबीएस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वह राष्ट्रपति द्वारा ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कहे जाने से निराश हैं. यह बिल न केवल भारी खर्च वाला है बल्कि यह उनके सरकारी दक्षता विभाग के प्रयासों को कमजोर करता है. यह संघीय घाटे को बढ़ाता है. उन्होंने ट्रंप के टैरिफ के फैसलों पर भी असहमति जताई थी. टैरिफ का विरोध करने पर मस्क को प्रशासन के अंदर विरोध का सामना भी करना पड़ा था.
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