हिमालयन ब्लू पॉपी को 'स्टेट फ्लावर ऑफ लद्दाख' का दर्जा मिल गया है.

हिमालयन ब्लू पॉपी को स्थानीय भाषा में 'त्सेर-सनन' के नाम से जाना जाता है.

Image by Wikipedia

हिमालयन ब्लू पॉपी को फूलों की रानी भी  कहा जाता है.

Image by Pixabay

हिमालयन ब्लू पॉपी की दुनिया भर में 40 प्रजातियां है, जिसमें से 20 भारत में ही पाई जाती है.

हिमालयन ब्लू पॉपी अपने नीले या बैंगनी-नीले फूलों के लिए जानी जाती हैं. ये पौधे ठंडे मौसम में पनपते हैं.

Image by Pixabay

हिमालयन ब्लू पॉपी का इस्तेमाल पारंपरिक तिब्बती और भूटानी चिकित्सा में किया जाता है.

कुछ अध्ययनों के अनुसार, हिमालयन ब्लू पॉपी सूजन को कम करने में मदद कर सकता है.

Image by Wikipedia

हिमालयन ब्लू पॉपी आपको रिलैक्स, कम तनाव महसूस करने में मदद कर सकता है.

Image by Wikipedia

हिमालयन ब्लू पॉपी का इस्तेमाल कुछ पारंपरिक चिकित्सा में लीवर की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है.

Image by Amazon

हिमालयन ब्लू पॉपी का पौधा आपके गार्डेन याआपकी बालक्नी की खूबसूरती को बढ़ा देता है.

Image by Davie Bicker from Pixabay

अगर आप दवाएँ ले रहे हैं या पहले से ही कोई स्वास्थ्य समस्या है तो किसी भी हर्बल या पौधे-आधारित उपचार से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 

Image by Davie Bicker from Pixabay