Siddharth Nagar : बेसिक शिक्षा विभाग (यूपी सरकार), स्माइल फाउंडेशन और आदित्य बिरला कैपिटल फाउंडेशन ने सिद्धार्थ नगर और श्रावस्ती जिलों में वार्षिक प्रतिभा पुरस्कार व विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में दोनों जिलों के 37 सरकारी स्कूलों के मेधावी बच्चों ने भाग लिया। परियोजनाएं कुल 51 स्कूलों में चलायी जा रहीं है।
स्माइल फाउंडेशन एक गैर सरकारी संस्था है, जो भारत के 27 राज्यों में शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और कौशल के क्षेत्र में काम कर रही है, जिससे हर साल 15 लाख बच्चों और उनके परिवारों को लाभ मिल रहा है। प्रतिभा पुरस्कार छात्रों के लिए STEM (विज्ञान, तकनीकि, इंजीनियरिंग, गणित) और कला यानी STEAM (विज्ञान, तकनीकि, इंजीनियरिंग, कला, गणित) के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच है। इन छात्रों का चयन स्कूल स्तर पर आयोजित प्रतिभा की खोज गतिविधियों में प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। इन परियोजनाओं से लगभग 10,000 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें आधे से अधिक लड़कियाँ हैं।
Siddharth Nagar में हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री जयेन्द्र कुमार (आई.ए.एस.), मुख्य विकास अधिकारी, सिद्धार्थनगर ने कहा सिद्धार्थ नगर जिले के कई ग्रामीण स्कूली बच्चे अब राज्य की मेरिट सूची में पहुंच गए हैं। हमारे बच्चों की आकांक्षाओं को प्रज्वलित करने में प्रशासन का समर्थन करने के लिए ऐसे सामाजिक संगठनों की सराहना करना चाहता हूँ।
उप जिला अधिकारी (एसडीएम) अनामिका, जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) सुरेंद्र, खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपाल, और जिला आपदा विशेषज्ञ पुष्पांजलि भी इस अवसर पर मौजूद रहीं और जिले भर से आए बच्चों का प्रोत्साहन किया। मेधावी बच्चों को वैज्ञानिक नवाचार और कला वर्गों की दो श्रेणियों के तहत पुरस्कृत किया गया।
स्माइल फाउंडेशन, आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन एवं बेसिक शिक्षा विभाग (यूपी सरकार) के साथ मिलकर पिछले पांच वर्षों से सिद्धार्थनगर जिले के सभी 14 ब्लॉकों में 36 ग्रामीण स्कूलों में काम कर रहा है। इस परियोजना से 8,300 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें 61 प्रतिशत लड़कियाँ हैं। जबकि श्रावस्ती में यह परियोजना पिछले दो वर्षों के चल रही है और इससे 1600 छात्रों को लाभ मिल रहा है। यहां पर लड़कियों की भागीदारी 49 प्रतिशत है।
श्रावस्ती के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कृतिका शर्मा (आईएएस), जिला अधिकारी, श्रावस्ती ने कहा, “मैं स्माइल फाउंडेशन के काम और हमारे बच्चों, खासकर ग्रामीण सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के हमारे मिशन में योगदान की सराहना करती हूं।” श्रीमती शर्मा ने प्रदर्शन पर मौजूद मॉडलों का निरीक्षण किया और प्रत्येक स्कूली बच्चे को प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी को नवाचार और कला नामक दो श्रेणियों में विभाजित किया गया था। अधिकांश मॉडल और विचार स्थिरता, प्रकृति के संरक्षण, सुरक्षा और दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अभिनव उपयोग पर केंद्रित थे।
इस परियोजना का लक्ष्य स्मार्ट कक्षाएं स्थापित करना और चलाना, स्मार्ट टीवी और सौर पैनलों की स्थापना, मूलभूत साक्षरता, पोषण संबंधी जागरूकता पैदा करना, शिक्षा प्रशासन की सुविधा प्रदान करना शामिल है। स्माइल फाउंडेशन शिक्षकों, स्कूलों की प्रबंधन समिति, पीटीएम, माताओं-शिक्षकों के बीच समन्वय, सामुदायिक स्वयंसेवकों को बढ़ावा देना, वृक्षारोपण और रसोई उद्यान को बढ़ावा देने की सुविधा प्रदान कर रहा है ताकि बच्चों और परिवारों को पोषण में सुधार के लिए कम लागत वाले स्थानीय समाधान उपलब्ध हो सकें।