Sunglasses from packet of chips : वेस्ट डिस्पोज़ल, इस्पेशली प्लास्टिक वेस्ट आज पूरे दुनिया की सबसे बड़ी प्राब्लम्स में से एक है। प्लास्टिक पैकेजिंग के लिए प्रोडक्ट्स की बढ़ती खपत के साथ कचरे की मात्रा भी बढ़ गई है। हालांकि, ऐसे भी लोग हैं जो इस समस्या का समाधान खोजने के लिए काम कर रहे हैं और Pune की एक छोटी सी केमिकल लैब आशा की किरण लेकर आई है। ये कंपनी चिप्स के पैकेट्स को यूज़ कर के फैशनेबल सन ग्लासेस बना रही है। अब आप सोच रहे होंगे कैसे, तो चलिए बताते हैं।
पुणे की एक कंपनी ‘आशाया’, प्लास्टिक चिप्स पैकेट को कूल सनग्लासेस में बदल रही है। कंपनी के संस्थापकों में से एक अनीश मालपानी के शेयर किए गए एक ट्विटर पोस्ट के अनुसार, सनग्लासेस (Sunglasses from packet of chips) प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है जो नॉन-बायोडिग्रेडेबल है। वीडियो में ये दिखाया गया है कि कंपनी कैसे चिप्स के पैकेट्स को रिसाइकल कर के चश्मे बनाती है। इस Video में दिखिये कैसे बनता है चिप्स के पैकेट से सनग्लास।
इंडिया में बना पहला रिसाइकल्ड सनग्लास
Twitter पर शेयर किये गए पोस्ट में दिखाया गया है कि किस तरह से सनग्लासेस (Sunglasses from packet of chips) को स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस में बनाया गया है। यह आपको इंस्पायर करेगा। अनीश मालपानी ने ट्वीटर पर वीडियो के साथ लिखा-‘यह अब तक का सबसे कठिन काम रहा है जिसका मैं हिस्सा रहा हूँ। फाइनली चिप्स के पैकेट से बना दुनिया का पहला रिसाइकल्ड सनग्लास पेश करते हुए, जो कि इंडिया में बना है’।
2 साल की मेहनत के बाद तैयार किया गया कूल सनग्लास
कंपनी के अनुसार, न केवल चिप्स के पैकेट बल्कि चॉकलेट रैपर, दूध के पैकेट का भी इस्तेमाल कर के सनग्लासेस तैयार किये जाते हैं। कंपनी प्लास्टिक पैकेजिंग को रिसाइकल करती है। चिप्स के पैकेट से बने सनग्लासेज के बारे में कंपनी ने बताया कि, इसे (Sunglasses from packet of chips) पुणे की एक लैब में पिछले दो साल कड़ी मेहनत के बाद बनाया गया है। हम अपनी पेटेंट-लंबित तकनीक का उपयोग करके इस कचरे से कीमो-यांत्रिक रूप से सामग्री निकालते हैं और उन्हें धूप वाले चश्मों में बदल देते हैं। लोग पोस्ट से पूरी काफी इंप्रेस हुए। कई लोगों ने कंपनी को इतनी महत्वपूर्ण पहल करने के लिए बधाई दी।
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