Karnataka Election 2023 : भारत में इलेक्शन को लोकतंत्र का महापर्व कहा जाता है, और ये महापर्व अगले महीने कर्नाटक में होने वाला है। चुनाव से पहले ADR एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (Association for Democratic Reform) ने कर्नाटक के ऐसे नेताओं की लिस्ट तैयार की है जिनपर सबसे ज्यादा और सबसे कम आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस लिस्ट से ये भी पता चला कि किस पार्टी में कितने दागी यानी आपराधिक मामलों वाले नेता हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ऐसी संस्था है, जो लोकतंत्र को बेहतर बनाने में अपने प्रयास करता है। ADR का मकसद चुनावी राजनीतिक सुधारों के क्षेत्र में निरंतर काम करके शासन में सुधार करना और लोकतंत्र को मजबूत करना है। इस संस्था ने कर्नाटक के कुल 8893 नेताओं का डाटा निकाला, जिन्होंने 2004 के बाद से सांसदी और विधायकी का चुनाव लड़ा है। इस काम में ADR का साथ कर्नाटक इलेक्शन वॉच नाम की संस्था ने दिया।
डाटा में सामने आया कि (Karnataka Election 2023) 8,893 नेताओं में 1,135 के खिलाफ क्रिमिनल केसेज़ पेंडिंग है। पेंडिंग केसेज़ के अलावा नेताओं द्वारा दिए गए फाइनेंशियल डिक्लेरेशन की भी जांच हुई।
सर्वे में 2004 के बाद से कर्नाटक से सांसद या विधायक बने 801 नेताओं का डाटा निकाला गया, जिसमें 239 यानी 30 परसेंट नेताओं पर क्रिमिनल केसेज़ हैं, और 150 नेताओं यानी 19 परसेंट पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ADR की रिपोर्ट के अनुसार, (Karnataka Election 2023) सबसे ज्यादा आपराधिक मामले वाले नेताओं में BJP नंबर 1 है। बीजेपी नें 2004 के बाद से आपराधिक मामले वाले नातओं की संख्या 22 परसेंट है। भाजपा में112 में से 49 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस के 67 में से 16 विधायक के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। वहीं, जनता दल (सेक्यूलर) पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा की इस पार्टी में 30 में से 9 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
2004 के बाद से (Karnataka Election 2023) चुनाव लड़ने वाले 8,893 नेताओं में से 1,135 पर आपराधिक मामले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी इस मामले में भी टॉप पर है। 2004 के बाद से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले 16 परसेंट नेताओं पर गंभीर आपराधिक मामले हैं।
इनकम की बात करें तो 2004 से चुनाव लड़ने वाले नेताओं का एवरेज असेट 5.91 करोड़ रुपये का रहा है। इसमें भी सीरियस केसेज़ का सामना कर रहे 705 कैंडिडेट्स का एवरेज असेट 14.59 करोड़ का है। हालांकि 2004 से चुनाव लड़ रहे 8,893 में से 87 परसेंट नेताओं पर कोई आपराधिक मामला नहीं है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि साफ सुधरी छवि वाले नेताओं के जीतने के चांस सिर्फ 7 परसेंट ही है।
ADR की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के 219 मौजूदा विधायकों में से 73 (33%) ने 12वीं तक की शैक्षिक योग्यता बताई है। 140 विधायकों ने ग्रैजुएशन तक पढ़ाई पूरी की है। वहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 2 विधायकों के पास ही डॉक्टरेट की डिग्री है।
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