ISI Kidnapping Children : कश्मीर में आतंकी भर्ती लगभग थम जानें से परेशन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठनों ने अब एक नया दाव खेला है। आतंकियों ने अपनी जिहादी फैक्ट्री के लिए गुलाम जम्मू-कश्मीर के बच्चों को अगवा (ISI Kidnapping Children) करना शुरु कर दिया है। गुलाम जम्मू-कश्मीर के नागरिकों ने अगवा बच्चों को जल्द उनके परिवारों को वापस न करने पर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में रोष रैली करने का ऐलान कर दिया है।
सुत्रों के अनुसार, गुलाम जम्मू-कश्मीर के अलग अलग हिस्सों से बीते 2 महीने के अंदर लगभग 150 किशोर गायब हो गए हैं। कई मदरसों में तालीम ले रहे किशोर भी लापता हैं (ISI Kidnapping Children) और ये सभी लश्कर, जैश, अल-बदर और अन्य जिहादी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे जिहादी शिविरों में हैं।
इन शिविरों में अफगानिस्तान और कश्मीर से लौटे कुछ पुराने आतंकी कमांडर भी हैं। पुलिस भी शिकायत पर ध्यान नहीं दे रही है। मौलवी वर उलेमा गुलाम जम्मू कश्मीर में लोगों के घरों में जाकर उनसे जिहाद के नाम पर एक या दो बेटे भी मांगते हैं। कोई परिवार मना करता है तो कुछ ही दिनों में उसी परिवार का लड़का गायब हो जाता है।
मदरसों से 8-10 साल के बच्चे गायब
गुलाम जम्मू-कश्मीर में बाग तहसील की ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना खलील ने वहां पर पत्रकारों से बताया कि जिहादी तंजीमों (आतंकी संगठनों) ने हमारे किशोरों को गायब करना (ISI Kidnapping Children) शुरु कर दिया है। पाकिस्तानी फौज और ISI की मर्जी के बिना यह नहीं हो सकता। उन्होंने मात-उल-दाव का नाम लेकर कहा कि इस तंजीम के कुछ ओहदेदारों ने मुझसे कहा कि मैं लड़कों के गायब होने पर ज्यादा चर्चा न करूं, सभी दो तीन महीने में घर आ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों को ये जिहादी संगठन आतंकी बनाकर कश्मीर भेजने की फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि कुछ मदरसों में से 8-10 साल के बच्चे भी गायब हैं और वे भी जिहादी कैंप में हैं। इनमें से ज्यादातर कैंप पश्चमोत्तर प्रांत में हैं या अफगानिस्तान के साथ लगे बॉर्डर पर हैं। कुछ लड़कों को लाहौर के पास और कुछ को बहालवपुर के पास कैंपों में भेजा गया है।
दैनिक जागरण में पब्लिश्ड एक आर्टिकल के अनुसार, सूत्रों ने बताया गया कि मुजफ्फराबाद, बालाकोट, रावलकोट और दोमेल के इलाके में अलग अलग मैदानों और स्कूल-कॉलेजों के मौदानों में रात होते ही स्थानीय युवाओं को कुछ लोग जमा करते हैं और आतंकी ट्रेनिंग देते हैं।
कुलगाम मुठभेड़ में अल बदर का आतंकी ढेर
कश्मीर के कुलगाम में सोमवार रात हुई मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी जख्मी भी हुआ है। मारा गया आतंकी स्थानीय है और उसने मरने से पहले अपना एक वीडियो भी प्रसारित किया है।
कुलगाम के हावूरा में तीन आतंकियों के देखे जाने की सूचना पर पुलिस सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया था। तलाशी लेते हुए जवानों ने जब एक मकान में दाखिल होने का प्रयास किया तो भीतर छिपे आतंकी ने गोली चला दी। इससे एक पुलिसकर्मी गंभीर रुप से घायल हो गया। उसे उसी समय अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए जवानों ने आतंकी को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकी के स्वजन से अपील कराई। इसके बावजूद आतंकी ने फायरिंग जारी रखी।
इस पर सुरक्षाबलों ने उसे ढेर कर दिया। इस आतंकी का नाम आदिल मजीद लोन है। सुत्रों के अनुसार, आतंकी मारे गए आतंकी आदिल मजीद लोग के पास आए हों या फिर आदिल भी इन आतंकियों में हो सकता है। या हो सकता है कि घेराबंदी शुरु होने पर आदिल ने अन्य दो आतंकियों को भगा दिया हो और खुद अपने घर में बना रहा।
पाकिस्तान के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाता रहेगा अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वाशिंग्टन लगातार पाकिस्तान से लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा जैसे सभी आतंकी समूहों को स्थाई रुप से खत्म करने के लिए कदम उठाने की बात करता आया है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका इस मुद्दे को पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष हमेशा उठाएगा।
मिलर ने कहा हम लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा जैसे सभी आतंकी समूहों और उनक अलग अलग मखौटा संगठनों को स्थाई रुप से खत्म करने के लिए पाकिस्तान द्वारा सही कदम उठाने के महत्व के बारे में लगातार बात कर रहे हैं। मिलर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत अमेरिका द्वारा जारी संयुक्त बयान से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थें।
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