Iran VS America: अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमले में टॉमहॉक क्रूज मिसाइल और जीवीयू-बंकर बस्टर बमों के अलावा 5 ऐसे वेपन को भी तैनात किया, जिनके बारे में पहले किसी को जानकारी नहीं थी. आइये जानते हैं ये वैपन (Iran VS America) कौन से हैं और ये कितने खतरनाक हैं?
एजीएम-88ई एडवांस्ड एंटी रेडिएशन
AGM-88E Advanced Anti Radiation
ईरान के एयर डिफेंस को ध्वस्त करना (सीड आपरेशन) अमेरिका के लड़ाकू विमानों का पहला मकसद था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दुश्मन के रडार और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें बी-2 बाम्बर निशान न बना सके. ये विमान अपनी उड़ान के दौरान ज्यादातर समय तक रडार की पकड़ में नहीं आए थे। अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने बी-2 को जमीनी हमले से सुरक्षा देने के लिए इन मिसाइलों को फायर किया। हवा से जमीन पर मार करने वाली एजीएम-88ई एडवांस्ड एंटी रेडिएशन गाइडेड मिसाइल का प्राथमिक लक्ष्य मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम थे वायु रक्षा लक्ष्य है.
अमेरिका ने डेकाय, और सीड आपरेशन की कंफर्मेशन की है लेकिन इस्तेमाल किए गए हथियार की पुष्टि नहीं की है. एजीएम – 88 ई मिसाइल मैक 2 से अधिक स्पीड से हमला कर सकती है. यह मिसाइल एफ/ए-18 सुपर हानेंट के अलावा एफ-35 ए और ईए-18 ग्रोलर से भी फायर की जा सकती है। ईए-18 ग्रोलर एफ/ए-18 का एक वैरिएंट है.
एडीएम-160 मिनेचर एयर लॉन्च्ड डेकाय
ADM-160 Miniature Air Launched Decoy
एडीएम-160 एक कम लागत वाला मॉड्यूलर एयर लॉन्च क्राफ्ट है. यह अमेरिकी लड़ाकू विमानों (Iran VS America) अमेरिका ने ईरान के खिलाफ तैनात किए थे 5 सीक्रेट वेपन) के रडार सिग्नेचर की नकल करता है. इसका मतलब है कि यह दुश्मन के रडार और इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम पर अमेरिकी लड़ाकू विमान जैसा दिखता है. यूएस आर्मामेट फाउंडेशन के अनुसार, फ्लाइट व्हीकल एडीएम-160 महंगे लड़ाकू विमानों की सुरक्षा करता है और उन एयर डिफेंस सिस्टम को बेअसर करने के लिए काउंटर-एयर आपरेशन करता है जो अमेरिकी पायलटों के लिए खतरा पैदा करते हैं.
एजीएम-158 स्टेल्थ क्रूज मिसाइल
AGM-158 Stealth Cruise Missile
एजीएम-158 एक स्टेल्थ क्रूज मिसाइल है जिसे मिशन के दौरान बैकअप हथियार के रूप में रखा जाता है. एफ-35 को इनसे लैस किया गया था. इनका उपयोग हाई वैल्यू टारगेट काफी लंबी दूरी से तबाह करने के लिए किया जाता है. इसे लाकहिड मार्टिन ने बनाया है. अब तक 3,500 से अधिक एजीएम मिसाइलों को बेचा गया है. मिसाइल के वारहेड में 1,000 पाउंड का विस्फोटक लगाया जा सकता है और इसकी रेंज 926 किमी से अधिक है. ईरान पर हमले के मिशन के दौरान इसे इसे स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया था. इनका काम जरूरत पड़ने पर ईरान के एयरबेस इन्फ्रास्ट्रक्चर को तबाह करना था.
ई/ए-18जी ग्रोलर
E/A-18G Growler
ग्रोलर एफ/ए-18 सुपर हानेंट का एक वैरिएंट है. यह अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक वारफेयर सुइट से लैस है. यह करियर – बेस्ड लड़ाकू विमान है. मिशन के दौरान ग्रोलर ने लगातार जैमिंग करते हुए बी-2 बाम्बर्स के लिए रास्ता साफ किया. इसने दुश्मन के रडार को जाम करने के लिए इलेक्ट्रानिक वारफेयर मिशन को अंजाम दिया और इलेक्ट्रानिक वारफेयर सुइट क्षमताओं के साथ ईरान के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाया. ग्रोलर ए आएम-120 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, एजीएम-88 हाई-स्पीड एंटी-रेडिएशन मिसाइल से लैस है, जो दुश्मन के रडार के इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिशन को निशाना बनाकर उस पर हमला करती है। यह कई तरह के मिशन अंजाम दे सकता है.
एजीएम-154 ज्वाइंट स्टैंड आफ वेपन
AGM-154 Joint Stand Off Weapon
रेथियान द्वारा विकसित एजीएम 154 कई वेरिएंट वाले वेपन सिस्टम का एक परिवार है. इस वेपन को अमेरिकी नौसेना और वायु सेना द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया था, ताकि बहुत दूर से दुश्मन के एयर डिफेंस असेट्स को तबाह किया जा सके.
Courtesy – Dainik Jagran
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