Iran-Israel Conflict: ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जिसमें इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. इन दोनों देशों के बीच (Iran-Israel Conflict) कई बार टकराव हो चुका है, जिसमें ज्यादाकर हमले इरान के परमाणु प्रोग्राम पर केंद्रित रहे हैं.
Iran-Israel Conflict Timeline
2010 वायरस से हमला
अमेरिका और इजरायल ने मिलकर स्टक्सनेट कंप्यूटर वायरस का निर्माण किया, जिसने ईरानी सेंट्रीफ्यूज को नष्ट कर दिया. इसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाया था.
2018 मोसाद के हाथ लगा महत्वपूर्ण डाटा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की इजरायल ने हजारों पेज का डाटा प्राप्त किया है, जो बताता है कि ईरान ने 2015 में विश्व शक्तियों के साथ समझौता करने से पहले अपने परमाणु कार्यक्रम को छिपाया था. इस समझौते के तहत, ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम के अधिकांश हिस्से को समाप्त करने पर सहमति जताई थी, जिसके बदले उसे अरबों डालर के प्रतिबंधों में राहत मिली थी. पूर्व मोसाद प्रमुख ने पुष्टि की यह जानकारी 2018 में तेहरान में तिजोरी से प्राप्त की गई थी. 2015 के परमाणु समझौते के विघटन के बाद, ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ इजरायली हमले तेज हो गए.
2020 रिमोट-नियंत्रित मशीन गन से हत्या
ईरान के विज्ञानी मोहसेन फखरी जादेह की हत्या रिमोट-कंट्रोल मशीन गन से की गई. मोहसेन ने ईरान के सैन्य परमाणु कार्यक्रम की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ईरान ने इजरायल पर इसका आरोप लगाया.
अंडरग्राउंड न्यूक्लियर फैसिलीटी को बनाया निशाना
11 अप्रैल, 2021 को, ईरान की भूमिगत परमाणु सुविधा पर एक और हमला हुआ, जिसके लिए ईरान ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया. इसके बाद, 16 अप्रैल को ईरान ने यूरेनियम को 60 परसेंट तक समृद्ध करना शुरू किया, जो इसकी उच्चतम शुद्धता है. जून में ईरान ने इजरायल पर तीन दिनों के अंदर विभिन्न शहरों में दो परमाणु विज्ञानियों को जहर देने का आरोप लगाया.
2023 हाल के संघर्ष में बढ़ा टकराव
गाजा पट्टी से हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला किया, जिसे ईरान ने सशस्त्र किया था. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष फिर से तेज हो गया. 14 फरवरी, 2024 को इजरायल के सबोटाज हमले ने ईरान की प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को निशाना बनाया. 1 अप्रैल को इजरायली हवाई हमले में सीरिया के दमिश्क में ईरान का वाणिज्य दूतावास ध्वस्त हो गया, जिसमें दो ईरानी जनरलों सहित 16 लोग मारे गए.
इसके बाद, 14 अप्रैल को ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू किए जिसमें से ज्यादातर को इजरायल ने रोक दिय.। 31 जुलाई को हमास के नेता इस्माइल हानियेह को तेहरान में एक इजरायली हवाई हमले में मार दिया गया. एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर अपना दूसरा प्रत्यक्ष हमला किया. 26 अक्टूबर को, इजरायल ने ईरान पर पहली बार खुलकर हमला किया, जिसमें हवाई रक्षा प्रणालियों और मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित स्थलों को निशाना बनाया गया.
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