Good Friday Facts : Good Friday के दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया तो फिर इसे गुड फ्राइडे क्यों कहते हैं। अगर ये फ्राइडे गुड है तो इसे हैप्पी गुड फ्राइडे क्यों नहीं कहा जाता है। आमतौर पर आपके जहन में ये सवाल आते होंगे। इस तरह के सवाल का जवाब बाइबल में मिलता है, जो अलग-अलग लेख देते हैं। बाइबल के अनुसार, इसी दिन (Good Friday) जीजस को सूली पर चढ़ाया गया था। बात तो वहीं अटक गई कि इसमें गुड क्या है। तो चलिए जानते हैं..
ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के हिसाब से यहां, ‘Good’ का इस्तेमाल उस दिन या समय के लिए किया जाता है, जो कि चर्च के लिहाज से पवित्र माना जाता है। अमेरिका में कैथलिक एजुकेशन से जुड़े टेक्स्ट कहते हैं कि सूली पर चढ़कर ईसा मसीह ने मानवता के प्रति अपनी असीम प्रेम को दिखाया था। इसलिए इस दिन को गुड (Good Friday) कहा गया। इसलिए यहां गुड का अर्थ अच्छे से नहीं बल्की पवित्र से है।
कहीं-कहीं ये भी कहा जाता है कि पहले इसे God’s Friday कहा जाता था, जो आगे चलकर गुड फ्राइडे (Good Friday) बन गया। वहीं जर्मनी में इस दिन को Sorrowful Friday ही कहा जाता है, क्योंकि ये दिन दर्द और दुख का भी है। यही वजह है कि आप गुड फ्राइडे के दिन किसी को हैप्पी गुड फ्राइडे कहते नहीं सुनते होंगे।
Good Friday वाले हफ्ते का हर दिन इसाई समुदाय के लिए खास होता है, इसलिए इसे Holy Week भी कहा जाता है। हफ्ता का पहला दिन यानी रविवार को Palm Sunday कहते हैं। ये वो दिन था जब जीजस ने यहूदियों के पवित्र शहर जेरुसेलम में प्रवेश किया था, और लोगों ने पाल्म के पेड़ की टहनियों से उनका स्वागत किया था।
जीजस जेरुसेलम क्यों गए थे-
हम सभी जानते है जीजस से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां Holy Book Bible से दी जाती हैं। Bible के अनुसार, जीजस ईश्वर के अवतार थें और ईश्वर के करीब जाने के लिए जीजस क्रोध से दूरी और क्षमा करने की बात पर जीवन भर जोर दिया करते थें। जीजस की बात को जानकर समझकर उनके फॉलोअर्स बढ़ते जा रहे थें, पर ये बात कई यहूदी राजाओं को पसंद नहीं आ रही थी। क्योंकि उनके अनुसार जीजस ऐसी बातों का प्रचार कर रहे थे जो यहूदी धर्म की सोच से अलग थी।
अंत में यहूदियों ने जीजस को सूली पर चढ़ा दिया। बताया जाता ही कि जीजस को इस बात कि जानकारी हो चुक थी, इसलिए उन्होंने अपने फॉलोअर्स के साथ आखिरी बार भोज किया जिसे Last Supper कहा जाता है। लास्ट सपर पर जीजस ने कहा, कि उनकी मृत्यु जरूरी है, ताकि ईश्वर और इंसान के बीच नया रिश्ता बन सके।
जीजस ने अपने अनुयायियों के पैर धोएं, जो बताता है कि सब बराबर है। आगे चलकर इसी परंपरा को चर्च के पोप भी निभाते हैं। गुड फ्राइडे के बाद आता है Holy Saturday जो दुख का दिन था। और फिर आता है संडे यानी ईस्टर (Easter)। मान्यता है कि जीजस इस दिन वापस जी उठे थें, और अगले 40 दिनों तक अपने अनुयायियों के साथ रहे और फिर स्वर्ग सिधार गए।
Easter Eggs क्या होते हैं-
Egg को नए जीवन का प्रतीक माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि ईसा मसीह ईस्टर के दिन जी उठे थे। उसी पुनरुत्थान के प्रतीक के रुप में इस्टर पर Eggs को सजाया जाता है।
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