Indians who defeated Magnus Carlsen : भारत के युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश (D Gukesh) ने एमचेस ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के नौवें दौर में दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को हरा दिया और गुकेश विश्व चैंपियन को हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बन गए। इसके पहले पिछला रिकॉर्ड आर प्रागननंदा के नाम था, जिन्होंने फरवरी मे एयरथिंग्स मास्टर्स में कार्लसन को हराया था। एक दिन पहले ही भारत के 19 साल के अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) ने भी कार्लसन को हराया है। पर क्या आप जानते हैं, इन दो युवा खिलाड़ियों के पहले भी कई भारतीयों ने वर्ल्ड चैंपियन कार्लसन को हराया है।
वर्ल्ड चैंपियन मैग्सन कार्लसन को इन भारतीयों ने हराया । Indians defeated world champion Magnus Carlsen in Chess
17 अक्टूबर 2022 को हुए एमचेस ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में चेन्नई के गुकेश ने सफेद मोहरों से खेलते हुए 29 चालों में ही जीत हासिल कर ली। कार्लसन को हराने के बाद अब वह 12 दौर के बाद पोलैंड के जॉन क्रिस्टोफ डुडा (25 प्वाइंट्स) और अजरबैजान के शखरियार मामेदियारोव (23 प्वाइंट्स) के बाद तीसरे पोजिशन पर हैं। गुकेश के 21 प्वाइंट्स हैं।
विश्वनाथन आनंद (Vishwanathan Anand) ने 2007 मोरेलिया- लिनारेस टूर्नामेंट, 2008 मेंन्स ग्रेनकलेसिंगफाइनल व 2017 रियाद विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में Carlsen को हराया है।
Credit – Wikipedia
पेंटला हरिकृष्णा (Pentala Harikrishna) ने 2020 में सितंबर में सेंट लुइसरैपिड और ब्लिट्ज ऑनलाइन शतरंज टूर्नामेंट में मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को हराया है।
Credit – Twitter
निहाल सरीन (Nihal Sarin) ने अपने करियर में दो बार Magnus Carlsen को शिकस्त दी है। एक बार उन्होंने मई 2020 में ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में और अप्रैल 2021 में भी कार्लसन को मात दी थी।
Credit – Wikipedia
अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) ने भी कार्लसन को हराया है। उन्होंने एमचेस रैपिड शतरंज में कार्लसन को मात दी थी।
Credit – Twitterr
16 साल के युवा शतरंज खिलाड़ी और ग्रैंड मास्टर आर प्रागननंदा ने (R Praggnanandhaa) विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को तीन बार हराकर शतरंज की दुनिया में खलबली मचा दी थी। तमिलनाडु के रहने वाले प्रागननंदा ने साल 2013 में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप जीती थी। आर प्रागननंदा ने फरवरी में एयरथिंग्स मास्टर्स में कार्लसन को हराया था।
Credit – Hindustan Times
वहीं अपनी जीत के बाद डी गुकेश ने कहा कि Carlsen के साथ खेलना हमेशा एक दिलचस्प चुनौती रहती है। और मैं निकट भविष्य में उनके साथ फिर से खेलने को लैकर उत्सुक हूं। उन्हें हराना हमेशा विशेष होता है। यह जीत निश्चित दौर पर मेरा मनोबल बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी और मैं आने वाले मैचों को लेकर एक्साइटेड भी हूं।
बता दें, ग्रैंडमास्टर डी गुकेश की उम्र 16 साल चार महीने और 20 दिन है। पिछला रिकॉर्ड प्रागननंदा के नाम था, जिन्होंने इसी साल फरवरी में कार्लसन को हराया था, तब उनकी उम्र 16 साल छह महीने और 10 दिन थी। इसलिए डी गुकेश अब कार्लसन को हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं।