Gujarat Election 2022 : इंडियन टेलिविजन के डेली सोप की तरह भारतीय परिवारों में ननद और भाभी का झगड़ा आम बात है। ऐसा ही एक झगड़ा गुजरात के सियासी रण में भी देखने को मिल रहा है। गुजरात की सियासी लड़ाई में भारतीय टीम के क्रिकेटर रविंद्र जडेजा अपनी पत्नी और बहन के बीच फंस गए हैं। दरअसल, रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा (Rivaba Jadeja) को बीजेपी ने Gujarat Election में जामनगर नॉर्थ सीट से टिकट दिया है, पर खुद रविंद्र जडेजा की बहन नैना जडेजा कांग्रेस के नेता का प्रचार कर रही हैं।
2019 में Rivaba ने ली थी BJP की सदस्यता
वैसे तो रिवाबा जडेजा की पहचान क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी के तौर पर है, लेकिन बीते कुछ सालों में Gujarat के जामनगर में उन्होंने अपनी स्वतंत्र पहचान भी बनाने की कोशिश की है। कभी राजपूतों के संगठन करणीसेना से जुड़कर तो कभी समाज सेवा की खातिर गांव गांव घूमने का अभियान चलाकर। साल 2019 ने Rivaba Jadeja ने बीजेपी की सदस्यता ले ली, और अब पार्टी ने Gujarat Election 2022 में उन्हें जामनगर नॉर्थ सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतारा है।
Rivaba को टिकट मिलने के बाद ननद-भाभी एक दूसरे के खिलाफ
एबीपी न्यूज को दिये एक इंटरव्यू में Rivaba Jadeja ने कहा है, कि चुनाव जीतने के बाद वो बाकी सेलेब्रिटीज़ की तरह जनता की पहुंच से बाहर नहीं होंगी, और हमेशा जनता के संपर्क में रहेंगी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद रिवाबा बीजेपी से टिकट मिलने के बाद अब अपना चुनाव प्रचार जोरों से कर रही हैं, पर टिकट मिलने के बाद से ही जडेजा परिवार की आंतरिक कलह भी सामने आती दिख रही है।
नैना जडेजा कर रही, कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह जडेजा का प्रचार
नैना जडेजा, जो रविंद्र जडेजा की बहन हैं, वे खुल कर रिवाबा जडेजा के बारे में बोल रही हैं, और कांग्रेस के समर्थन में प्रचार कर रही हैं। नैना गुजरात महिला कांग्रेस की महामंत्री हैं, और Gujarat Election 2022 में जामनगर से खड़े हुए कांग्रेस के उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह जडेजा का प्रचार कर रही हैं। नैना का कहना है कि उनकी भाभी रिवाबा को टिकट देकर बीजेपी ने गलती की है। Rivaba Jadeja सेलेब्रीटी हो सकती हैं, पर उन्हें अनुभव नहीं है।
Credit – ANI
गुजरात चुनाव में AAP की भी एंट्री
नैना का कहना है कि एक ही परिवार में हर किसी की विचारधारा अलग हो सकती है। उनके उसूल भी अलग हो सकते हैं। इसलिए मैं अपने उसूलों पर चलती हूं। मैं कांग्रेस से काफी सालों से जुड़ी हूं। बता दें, जामनगर उन सीटों में से हैं, जहां कांग्रेस को जीतने की उम्मीद लग रही है, पर Gujarat Election में आम आदमी पार्टी की एंट्री से पार्टी की सांसे तेज हो गई हैं। कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह जडेजा का आरोप है कि भाजपा ने ही वोटों को बांटने के लिए आम आदमी पार्टी को वोट कटुआ के तौर पर उतार दिया है।
बात करें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार करशनभाई करमुर पहले बीजेपी में ही थे, और जामनगर के उप महापौर रह चुके हैं। करमोण का कहना है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही जामनगर के उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई हैं। इसलिए अब उन्हें मौका मिलना चाहिये।
जामनगर गुजरात का पांचवा सबसे बड़ा शहर
जामनगर गुजरात का पांचवा सबसे बड़ा शहर माना जाता है। रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियों की कई औद्योगिक इकाइयां शहर के इर्द-गिर्द हैं। जामनगर की आबादी बीते दशक भर में काफी बढ़ी है, पर शहर की नागरिक सुविधा में कोई तरक्की नहीं हुई। करमुर का आरोप है कि जब वो भाजपा में थे, तो ऐसे कई काम हैं, जो कहने के बाद भी आज तक नहीं हो पाए। पर आम आदमी पार्टी जो कहती है वो करती भी है, जो पंजाब और दिल्ली में दिख रहा है।
सियासत की पिच पर आउट होंगी, या सिक्सर मारेंगी रिवाबा
उधर, जिस बीजेपी विधायक धर्मेंद्र सिंह जडेजा का टिकट काटकर Rivaba Jadeja को टिकट दिया गया है। वो बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 2012 में वो कांग्रेस की टिकट पर इसी सीट से चुनाव जीते थें। लेकिन उसके बाद धर्मेंद्र बीजेपी में शामिल हो गए थे। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि Gujarat Election में रविंद्र जडेजा की पत्नी सियासत की पिच पर चौके-छक्के मारती हैं, या परिवार की तरफ से ही आ रही गुगली के सामने क्लीन बोल्ड हो जाती हैं।
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