Google Translate Fake App : दुनिया भर में हजारों यूजर्स क्रिप्टो माइनिंग मैलवेयर के शिकार हो रहे हैं, जिसे नकली Google Translate ऐप के रूप में प्रमोट किया जा रहा है। Check Point (चेक प्वाइंट) रिसर्च की एक नई रिपोर्ट में पाया गया है कि जिन यूजर्स ने Google Translate का नकली डेस्कटॉप वर्जन डाउनलोड किया, वे क्रिप्टो माइनिंग मैलवेयर भी डाउनलोड कर रहे थे। अमेरिकी-इजरायल साइबर सेक्योरिटी प्रोवाइडर चेक प्वाइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज की रिसर्च टीम ने पाया कि मैलवेयर, Monero, 2019 से 11 देशों के 1 लाख से अधिक कंप्यूटरों को इंफेक्ट कर चुका है। इस मैलवेयर का नाम ‘नाइट्रोकोड’ (Nitrokod) है।
इन फेमस ऐप्स का है फेक वर्जन
चेक प्वाइंट की रिसर्च टीम के अनुसार, यह ransomware अक्सर Google Translate, YouTube Music और Microsoft Translator जैसे फेमस प्रोग्राम्स के डेस्कटॉप वर्जन होने का दिखावा करता है। ये सभी मैलवेयर free सॉफ्टवेयर डाउनलोड पोर्टल, जैसे सॉफ्टपीडिया और अपटूडाउन पर फ्री में डाउनलोड किये जा रहे हैं।
Google Translate का फेक ऐपलिकेशन सबसे ज्यादा फेमस
ज्यादातर प्रोग्राम नाइट्रोकोड ऑफ़र फेमस सॉफ़्टवेयर हैं, जिनका ऑफिशियल डेस्कटॉप वर्जन नहीं है। इनमें सबसे फेमस नाइट्रोकोड प्रोग्राम Google Translate डेस्कटॉप एप्लिकेशन है। यै मैलवेयर इज़राइल, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, श्रीलंका, साइप्रस, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, तुर्की, मंगोलिया और पोलैंड में एक लाख से अधिक डिवास को इंफेक्ट कर चुका है।
इंस्टॉल होने के बाद शुरु करता है क्रिप्टो माइनिंग
इस मैलवेयर का नाम ‘Nitrokod’ है जो कि गूगल ट्रांसलेट एप के जरिए लोगों के कंप्यूटर में पहुंचा है। एक बार किसी कंप्यूटर या लैपटॉप में इंस्टॉल होने के बाद यह मैलवेयर क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर देता है। चेक प्वाइंट रिसर्च ने पाया है कि इस टाइप का मैलवेयर दुनिया भर में एक समय में छठा सबसे फेमस मैलवेयर था।
पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम को कर देता है करप्ट
यह मैलवेयर‘Google Translate Desktop download’ एप में मौजूद है, जो कि गूगल सर्च में पहले नंबर पर ही आता है। मैलवेयर कंट्रोलर को कंप्यूटर का पूरा एक्सेस देता है और एक्सेस को हाइड कर देता है। कुछ समय बाद यह पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम को करप्ट कर देता है। सिस्टम में इंस्टॉल होने के बाद यह मैलवेयर C&C सर्वर से कनेक्ट होता है और XMRig क्रिप्टो माइनर का कंफिगरेशन डाउनलोड करता है और फिर माइनिंग शुरू करता है।
क्या है क्रिप्टो माइनिंग मैलवेयर
जैसे ही ये मैलवेयर किसी लैपटॉप या कंप्यूटर में इंस्टॉल होता है, इसके बाद यह क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर देता है। यह मैलवेयर खुद ही कंप्यूटर में माइनिंग के लिए पूरा सेटअप तैयार करता है और Monero नाम की क्रिप्टोकरेंसी माइन करता है। इससे पहले कंप्यूटर की परफॉरमेंस घटती है और बाद में सिस्टम ही करप्ट हो जाता है।
इस मैलवेयर के शिकार न होने से कैसे बचे –
समान दिखने वाले डोमेन, वेबसाइटों में स्पेलिंग मिस्टेक्स और अनफैमिलियर ईमेल भेजने वालों से सावधान रहें। केवल ऑथराइज्ड, पब्लिशर से सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करें और कन्फर्म करें कि आपकी एंड प्वाइंट सेक्योरिटी अप टू डेट है और बैटर प्रोटेक्शन दे रही है।