Diwali 2023 Subh Muhurt : कार्तिक मास की अमवास्या के मान अनुसार रविवार को दीपों का पर्व दीपावली मनाया जाएगा। अमावस्या दिन में 2.12 बजे लग रही है जो सोमवार को दिन में 2.41 बजे तक रहेगी। दीपावली प्रदोष काल और महानिशिथ काल अमावस्या (Diwali 2023 Subh Muhurt) में होती है, जो रविवार को मिल रही है।
Diwali 2023 Subh Muhurt
दीपावली के पूजन में प्रदोषकाल अति महत्वपूर्ण है। इसमें स्थिर लग्न की प्रधानता विशेष होती है। प्रदोष काल मानक समय अनुसार शाम 5.11 बजे से 6.23 बजे तक है। ऐसे में लक्ष्मी-गणेश पूजा व खाता पूजन के लिए शुभ मुहूर्त (स्थिर लग्न) शाम 5.27 से 7.23 के बीच वृष लग्न में विशेष शुभ होगा।
इसके अलावा प्रातः 6.41 से लेकर 8.58 तक वृश्चिक लग्न, दिन 12.51 से 2.22 तक कुंभ लग्न व रात्रि 11.25 से 2.09 तक सिंह लग्न रहेगा। हालांकि कार्तिक अमावस्या दीपावली अपने आप में खुद सिद्ध मुहूर्त है। इसलिए अमावस्या तिथि में कभी भी पूजा की जा सकती है।
कल है सोमवती अमावस्या
इसके अलावा अमावस्या के निशिथ काल में मां काली की पूजा की जाएगी। इस बार उदयतिथि में अमवास्या सोमवार को मिल रही है। इसलिए इसका मान सोमवती अमावस्या का है। इसमें स्नान दान, व्रत के साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे सौभाग्य कामना से पूजन का विधान है।
व्यापार में उन्नत के लिए कब करें कुबेर-लक्ष्मी पूजन
काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो रामनारायण द्विवेदी के अनुसार, रात्रि के अंतिम प्रहर में लक्ष्मी की बड़ी बहन दरिद्रा का निस्तारण किया जाता है। व्यापारी वर्ग को इस रात शुभ (Diwali 2023 Subh Muhurt) तथा स्थिर लग्न में अपने प्रतिष्ठान की उन्नति के लिए कुबेर लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। इस रात गणेश-लक्ष्मी-कुबेर जी का षोडशोपचार पूजन कर लक्ष्मी मंत्र का जप पाठ करना चाहिए।
मंत्र – ओम श्री श्रियै नमः, ओम श्री ह्वी कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, श्री ह्वीं श्री, ओम महालक्ष्म्यै नमः…
Read Also – भारत का ऐसा गांव जहां हनुमानजी से नाराज हैं लोग, नहीं होती उनकी पूजा !
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Updates.
Click & Join Our WhatsApp Group For Latest, Trending News and more updates.