AI Voice Cloning Scam : अगर आपका कोई रिश्तेदार, दोस्त या परिचित फोन पर इमरजेंसी बताकर मदद मांग रहा है तो पहले ये जरूर जान लें, क्या सच में उसे जरूरत है ? साइबर जालसाज अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की वॉयस क्लोनिंग (AI Voice Cloning Scam) टूल की मदद से आपके अपनों की आवाज को ठगी का जरिया बना रहे हैं। अब तक इंटरनेट मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल, OTP समेत अन्य तरीकों से ठगी हो रही थी, पर अब जालसाजों ने इस टूल को ठगी करने का अपना नया हथियार बना लिया है।
ऐसे करते हैं Voice Cloning
ये (AI Voice Cloning Scam) टूल इतनी सटीक आवाज की नकल करता है कि इसमें अंतर नहीं कर पाएंगे। इसके लिए साइबर अपराधी सबसे पहले किसी शख्स को ठगी के लिए चुनते हैं। इसके बाद उसकी इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल को देखते हैं और उसकी किसी ऑडियो या वीडियो को अपने पास रख लेते हैं।
AI के वॉयस क्लोनिंग टूल (AI Voice Cloning Scam) की मदद से उसकी आवाज क्लोन करते हैं। फिर उनके परिचित को उसकी आवाज में फोन कर बताया जाता है कि उनका एक्सिडेंट या फिर कोई भी इमरजेंसी बताकर ठगी को अंजाम दिया जाता है।
लखनऊ में ऐसे कई मामले आ चुके हैं। गोमतीनगर विस्तार निवासी साक्षी को अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले की आवाज उनके दोस्त की तरह थी। उसने कहा कि मुझे अचानक मुंबई जाना है। वहां पर मेरे रिश्तेदार बहुत बीमार हैं। मुझे 20 हजार रुपये भेज दो।
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साक्षी ने ठग के बताए हुए नंबर पर रुपये भेज दिए। फिर दो दिनों बाद 50 हजार रुपये लिए। शक होने पर उसके भाई को फोन किया तो पता चला बहन तो यहीं है। ठगी का अंदेशा हुआ तो उन्होंने सेल में शिकायत की है।
इसी तरह गोमतीनगर के राकेश सिंह भी ठगी का शिकार बने। यूपी साइबर क्राइम के एसपी प्रो त्रिवेणी सिंह ने बताया कि हाल के महीने में दर्जनों ऐसे मामले सामने आए हैं। साइबर क्राइम की टीम सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
3-5 सेकेंड की आवाज से वॉयस क्लोनिंग
यूपी साइबर क्राइम के एसपी प्रो त्रिवेणी सिंह ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए किसी की भी आवाज की नकल करने के लिए सिर्फ 3-5 सेकेंड का वीडियो चाहिए। साइबर अपराधी फेसबुक, इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर सर्च कर किसी भी आवाज का सैंपल ले लेते हैं। उसके बाद वॉयस क्लोन कर उनके जानने वालों, रिश्तेदारों को फोन करते हैं।
ठगी से बचने के लिए ये करें
– अलग अलग बैंक अकाउंट का अलग अलग पासवर्ड रखें
– अगर दोस्त या सगे संबंधी का कॉल पैसे के लिए फोन आए तो एक बार खुद स्पष्ट कर लें
– साइबर जालसाजी के शिकार होने पर 1930 पर शिकायत करें
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