New UPI Rules: 15 जुलाई 2025 से UPI चार्जबैक के नए नियम (New UPI Rules) लागू हो गए हैं, जिससे अब गलत पेमेंट होने पर यूज़र्स को अपना पैसा वापस पाना और आसान हो गया है. यह बदलाव नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिजिटल पेमेंट्स को ज्यादा सेफ और भरोसेमंद बनाने के मकसद से किए हैं.
क्या बदला है UPI यूज़र्स के लिए?
New UPI Rules 2025
अब अगर आपने कोई पेमेंट किया और वो फेल हो गया या प्रोडक्ट नहीं मिला, तो चार्जबैक यानी रिफंड क्लेम पहले से तेज और आसान हो गया है.
पहले क्या होता था
अगर बैंक ने आपकी शिकायत को रिजेक्ट कर दिया, तो उसे दोबारा प्रोसेस करने के लिए NPCI से विशेष अनुमति लेनी पड़ती थी.
अब क्या होगा
अब बैंक खुद ही उस दावे को दोबारा प्रोसेस कर सकता है, अगर उसे लगता है कि वो शिकायत सही थी.
अब मिलेगा तेज रिफंड
अगर पहले आपकी सही रिफंड की मांग गलती से रिजेक्ट हो गई थी, तो अब बैंक उसे सीधे दोबारा प्रोसेस कर सकता है. इससे यूज़र्स को अपना पैसा जल्दी और बिना ज्यादा झंझट के मिल पाएगा.
NPCI ने 20 जून 2025 को एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा-
“अब good faith disputes को RGNB (Remitting bank raising good faith negative chargeback) के रूप में बैंक सीधे उठा सकते हैं।”
नियम क्यों बदले गए?
UPI का इस्तेमाल आज हर कोई कर रहा है – चाय वाले से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक. इसी के साथ गलत ट्रांजेक्शन और फ्रॉड की शिकायतें भी तेजी से बढ़ रही थीं.
नए नियमों का क्या मकसद है
- शिकायतों का समाधान तेज़ करना
- बैंकों को अधिक स्वतंत्रता देना
- यूज़र्स के भरोसे को बढ़ाना
UPI से जुड़ा एक और खुशखबरी
- अब UAE (संयुक्त अरब अमीरात) में रहने या घूमने जाने वाले भारतीय भी UPI से पेमेंट कर सकेंगे. होटल, दुकानें, रेस्तरां – अब अधिक जगहों पर भारत की UPI सेवा स्वीकार की जाएगी. यह सुविधा NPCI International Payments Ltd (NIPL) द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाई जा रही है.
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