Mrityunjay Singh Apple bug: वाराणसी के आईटी एक्सपर्ट और एथिकल हैकर मृत्युंजय सिंह ने एक बार फिर बनारस का नाम दुनिया भर में ऊंचा कर दिया है. नासा की सर्वर में बग ढूंढने के बाद मृत्युंजय सिंह ने अब एप्पल के सर्वर में एक बग ढूंढ कर निकाला है. ये बग P3 टाइप का था, जिससे एप्प्ल के सर्वर को हैकर्स से खतरा भी हो सकता था.
अटल इन्क्यूबेशन सेंटर BHU के मृत्युंजय सिंह ने बताया कि, P3 टाइप बग फ्यूचर रिलीज़ या इमरजेंसी वाले अपडेट्स में ठीक किया जाता है. कोई बटन क्लिक करने पर सही पेज पर जाता है लेकिन लेबल गलत हो, जिससे यूजर को कन्फ्यूजन हो सकता है. यह बग Apple के क्लाउड में पाया गया था.
उन्होंने एप्पल सर्वर में इस बग को 4 महीने पहले ढूंढा था. और इस काम में उन्हें 12 दिन लगे थे, फिर 14 जून 2025 को उन्हें एप्पल की तरफ से मेल आया जिसमें बताया गया की उन्होंने जो बग ढूंढा है वो सही है, एप्पल ने इस बग को ढूंढने के लिए मृत्युंजय सिंह को 2500 डॉलर (2.10 लाख रुपये) का रिवार्ड भी दिया है.
एथिकल हैकर के साथ बग बाउंटिंग
Apple के बग बाउंटी प्रोग्राम के तहत, कंपनी उन लोगों को इनाम देती है जो उनकी प्रणालियों में सुरक्षा खामियों की रिपोर्ट करते हैं. मृत्युंजय सिंह ऐसी ही बड़ी कंपनियों के बग बाउंटिंग चैलेंजेस को एक्सेप्ट करते हैं. इसके बाद कंपनी के सर्वर में बग्स को आइडेंटिफाई करते हैं. बग बाउंटी प्रोग्राम (Bug Bounty Program) एक ऐसा प्राइज़ बेस्ड प्रोग्राम होता है, जिसमें कंपनियां एथिकल हैकर्स या सिक्योरिटी रिसर्चर्स को अपने सिस्टम, वेबसाइट या ऐप में सिक्योरिटी खामियाँ (बग) खोजने के लिए इन्करेज करती हैं.
मृत्युंजय की ‘शैतान की सेना’
मृत्युंजय की ‘शैतान की सेना’ ने अब तक हजारों लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाया है. शैतान सेना ने एथिकल हैकर्स की मदद से अब तक करोड़ों से ज्यादा एसेट वापस लौटाए हैं. वो कई पुलिस स्टेशन में भी अपनी सेवा देते रहे हैं. शैतान सेना मुफ़्त में साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोगों की मदद करती है.
मृत्युंजय सिंह ने बताया कि उनका मकसद साइबर फ्रॉड, साइबर क्राइम, न्यूड वीडियो कॉल, वॉइस क्लोन और के ज़रिए अपने पैसे गवां चुके लोगों की मदद करना है. वर्तमान में मृत्युंजय डिजिटल फ्रंटियर फाउंडेशन नाम से एक NGO रन कर रहे हैं, जिसका मकसद साइबर सुरक्षा शिक्षा, साइबर अपराध के पीड़ितों के लिए सहायता देने के साथ नागरिकों को सशक्त बनाना है. मृत्युंजय ने बताया हमारा लक्ष्य डिजिटल रूप से सुरक्षित और सूचित समाज का निर्माण करना है.
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