Govind Dev Giri Maharaj : रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है जिसमें PM मोदी को गोविंद देव गिरि अपने हाथों से चम्मच में कुछ खिला रहे हैं। फोटो वायरल हुई तो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष Govind Dev Giri Maharaj ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उनसे अलग से भगवान राम का ‘चरणामृत’ मांगा था।
अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद अपना 11 दिन का कठोर उपवास ‘यम नियम’ तोड़ने के लिए गोविंद देव गिरी ने ने पीएम मोदी को ‘चरणामृत’ दिया था। न्यूज एजेंसी ANI को गोविंद देव गिरी ने बताया कि- हमें उन्हें (उनका उपवास समाप्त करने के लिए) पानी में नींबू के रस की कुछ बूंदों के साथ शहद देना था…लेकिन उन्होंने मुझे अलग से भगवान श्री राम का ‘चरणामृत’ देने के लिए कहा। इसलिए, हमने बदलाव किए और पीएम को चरणामृत दिया ।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष Govind Dev Giri Maharaj ने बताया- ‘मुझे उस समय मां जैसा प्यार महसूस हुआ और मुझे ऐसा लगा जैसे मैं इसे अपने बेटे को दे रहा हूं और उसका व्रत तोड़ रहा हूं।’
संत (Govind Dev Giri Maharaj) ने सोमवार को अपने संबोधन के दौरान कहा था कि प्रधानमंत्री को तीन दिन का उपवास रखने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने 11 दिन का अनुष्ठान पूरा करने का फैसला किया। हमने उनसे (PM मोदी) दिन में एक बार भोजन करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने अनुष्ठान की अवधि के दौरान ठोस भोजन नहीं करने का फैसला किया।
‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में हिस्सा लेने के बाद PM मोदी ने कहा कि अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्रतिष्ठा एक नए युग के आगमन का प्रतीक है। PM मोदी ने लोगों से राम मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया।
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