New Zealand, first country to give women right to vote : Abraham Lincoln ने कहा था, Democracy यानी लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा शासन है। ‘of the people, for the people, by the people’.. पर क्या आप ये जानते है। इस लोकतंत्र में जहां हर पुरुष और महिला को अपना प्रतिनिधित्व करने वाली गवर्नमेंट चुनने का अधिकार है। वहां आज से 129 साल पहले तक महिलाओं को वोट देने का भी अधिकार नहीं था। इन्फैक्ट आज भी एक देश है, जहां महिलाएं को वोट देने का अधिकार नहीं है। क्या आप ये जानते हैं महिलाओं को वोट देने का अधिकार देने वाला सबसे पहला देश न्यूजीलैंड (New Zealand) है। जी हां, 1893 में 19 सितंबर के दिन गवर्नर Lord Glasgow ने New Zealand में नए इलेक्टोरल एक्ट पर साइन किया था।
एक्टिविस्ट केट शेफर्ड का था बड़ा रोल
इस इलेक्टोरल साइन के बाद New Zealand पहला राष्ट्र बना था, जहां महिलाओं को वोट का अधिकार प्रदान किया गया। New Zealand सरकार की एक आधिकारिक वेबसाइट https://nzhistory.govt.nz/ के मुताबिक, 19 सितंबर 1893 को New Zealand ने महिलाओं को पहली बार मतदान करने का अधिकार दिया था। महिलाओं को यह अधिकार दिलवाने में केट शेफर्ड (Kate Sheppard) नाम की एक सोशल एक्टिविस्ट ने बड़ी भूमिका निभाई थी। केट ने 1891, 1892 और 1893 में वोटिंग के लिए आंदोलन किये थे। काफी संघर्षों और प्रदर्शन के बाद New Zealand की सरकार को केट की मांगे पूरी करनी पड़ी। महिलाओं के हक के लिए उनके इस कन्ट्रिब्यूशन को देखते हुए केट की तस्वीर न्यूजीलैंड के 10 डॉलर के नोट पर छपी है।
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1919 में मिला इलेक्शन में खड़े होने का अधिकार
New Zealand में 1893 में महिलाओं ने वोट डालने का अधिकार तो पा लिया था लेकिन इलेक्शन में बतौर उम्मीदवार खड़े होने के लिए उन्हें 1919 में अनुमति मिली। बता दें कि New Zealand से पहले कुछ देशों ने महिलाओं को वोटिंग करने का अधिकार दिया था लेकिन उसके साथ कुछ शर्तें भी रख दी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वो शर्तें ये थीं कि चुनाव में वही महिलाएं वोटिंग कर सकती हैं, जिनके पास अधिक संपत्ति हो। न्यूजीलैंड पहला ऐसा देश बना, जिसने सभी महिलाओं को वोटिंग करने की आजादी दी थी।
वेटिकन सिटी में महिलाओं को वोट का अधिकार नहीं
New Zealand के बाद सभी बड़े देशों ने महिलाओं के वोट के अधिकार के नियम को अपनाना शुरु कर दिया। 1902 में ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं को वोटिंग का अधिकार दिया गया। इसके बाद फिनलैंड जब रूस का हिस्सा था, तब 1906 के दौरान उसने महिलाओं को वोट करने का अधिकार दिया। महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्रदान करने वाला अंतिम राष्ट्र सऊदी अरब है। वहीं वेटिकन सिटी (Vatican City) में आज भी महिलाओं को वोट का अधिकार नहीं है। बात की जाए भारत की तो भारत में महिलाओं को वोट देने का अधिकार आजादी के बाद ही मिल गया था।