Janamashtami 2023 : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है। मथुरा-वृंदावन हो या काशी-राज्सथान हर राज्य में भगावन कृष्ण के मंदिर को सजाया गया है। आज जनमाष्टमी (Janamashtami 2023) पर हम आपको श्रीकृष्ण के इकलौते ऐसे ही मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां भगवान कृष्ण की प्रतिमाओं में एकसाथ उनके 10 स्वरूप के दर्शन होते हैं। जी हां, ये अनोखा मंदिर राजस्थान के डूंगरपुर में लिलवासा गांव में स्थित है। यहां भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा में उनके 10 रूप दिखते हैं। पूरे क्षेत्र में इसे स्वयंभू कृष्ण की प्रतिमा कहा जाता है।
लीलवासा गांव के श्रीगोपाल धाम में श्रीकृष्ण भगवान (Janamashtami 2023) की प्रतिमा 1 ही पत्थर पर बनी हुई है, ये बेहद अद्भुत शिल्पकला और कारीगरी का उदाहरण है। इस प्रतिमा में श्रीकृष्ण सुदर्शनधारी वासुदेव स्वरूप, उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाए, दस भुजाधारी प्रतिमा में शंख, गदा, पद्मदंड, हाथों में बांसुरी लिए हुए हैं। प्रुभ के चरणों में बछड़ों को दूध पिलाती गाय और गोपियों की छोटी प्रतिमा भी शामिल है।
Read Also – भारत के इस राज्य में बन रहा दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड मंदिर, जानिए इसकी खासियत
इसके साथ ही प्रतिमा पर संवत 191 फागण विधि अंकित है। लोगों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण की ये प्रतिमा 300 साल पुरानी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, शिवजी के मंदिरों में शिवलिंग स्वयंभू होते हैं पर, लीलवासा के गोपाल कृष्ण की प्रतिमा भी स्वयंभू है, क्योंकि यह प्रतिमा खुदाई के दौरान निकली है। लोगों के अनुसार, मंदिर का प्रथम निर्माण 12 दिसम्बर 1929 में खाद मुहूर्त में हुआ था।
हर साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर में प्रभू की स्वयंभू प्रतिमा देखने हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। उदयपुर, बांसवाड़ा और गुजरात राज्य से भी श्रद्धालु यहां भगवान की 10 रूपों वाली प्रतिमा के दर्शन को आते हैं।
Janamashtami 2023 : भारत में भगवान श्रीकृष्ण के 5 भव्य मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर, मथुरा
मथुरा का द्वारकाधीश मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां की आरती बेहद भव्य और देखने योग्य होती है। मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की सुंदर मूर्ति विराजमान हैं।
प्रेम मंदिर, वृंदावन
प्रेम मंदिर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के पास वृंदावन में स्थित है। इसका निर्माण जगद्गुरु कृपालु महाराज ने भगवान कृष्ण और राधा के मन्दिर के रूप में करवाया है। इस मन्दिर के निर्माण में 11 साल का समय और लगभग 100 करोड़ रुपए की धन राशि लगी है। मन्दिर प्राचीन भारतीय शिल्पकला के पुनर्जागरण का बेहद नायाब उदाहरण है।
Image Source – Wikipedia
जगन्नाथ मन्दिर, पुरी
श्री जगन्नाथ मन्दिर ओडिशा के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित है। यह मंदिर भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) को समर्पित है। जगन्नाथ शब्द का मतलब जगत के स्वामी होता है। इस मन्दिर को हिन्दुओं के 4 धाम में से एक गिना जाता है।
Image Source – Wikipedia
श्रीनाथजी, राजस्थान
श्रीनाथजी का मुख्य मंदिर राजस्थान के उदयपुर से 49 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित नाथद्वारा के मंदिर शहर में है। श्रीनाथजी श्रीकृष्ण भगवान के 7 वर्ष की अवस्था के रूप हैं, जो सात साल के बालक के रूप में प्रकट होते हैं।
श्रीकृष्ण निर्वाण स्थल, गुजरात
गुजरात के प्रभास नामक क्षेत्र में स्थित श्रीकृष्ण निवार्ण स्थल है। यह मंदिर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के पास मौजूद है। मान्यता है कि यहीं पर यदुवंशियों ने आपस में लड़ाई कर अपने कुल का अंत कर दिया था।
Follow our page on Facebook Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Articles.
Click & Join Our WhatsApp Group For Latest, Trending News and more updates..