Facts about Atal Bihari Vajpayee : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारत के ऐसे नेता जिनके भाषण पर विरोधी पार्टियां भी ताली बजाती थी। वाजपेयी के बोलने का भी एक अंदाज था। भाषण के बीच एक ठहराव लोगों के बीच और उत्सुक्ता पैदा कर देता था। ऐसे नेता जिन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर किया। आज बीजेपी भले ही पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से जानी जाती है, पर इसकी नींव तो वाजपेयी जी हीं थें। आइये उनकी पांचवीं पुण्यतिथि के मौके पर जानते हैं वाजपेयी जी के बारे में कुछ ऐसी बातें (Facts about Atal Bihari Vajpayee) जो हर भारतीय तो जरूर जाननी ही चाहिये।
11 Facts about Atal Bihari Vajpayee
UN में दी थी हिंदी स्पीच
अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे भारतीय पॉलिटिशियन थें, जिन्होंने यूनाइटेड नेशन जनरल एसेम्ब्ली (United Nation General Assembly) में हिंदी में भाषण दिया था।
चार राज्यों में जीतने वाले एक मात्र नेता
अटल बिहारी वाजपेयी, 4 राज्यों – UP, MP, नई दिल्ली और गुजरात के छह लोकसभा क्षेत्रों में जीतने वाले एकमात्र नेता हैं।
11 टाइम लोकसभा मेंबर
अटल जी 47 साल तक संसद के सदस्य रहे, 11 बार लोकसभा से और दो बार राज्यसभा से चुने गए।
नेहरू और मनमोहन ने भी कहा था
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी एक दिन देश के प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी राज्यसभा में एक भाषण के दौरान उन्हें भारतीय राजनीति का भीष्म पितामह कहा था।
वाजपेयी जी ने 2004 में लड़ा था अपना आखिरी चुनाव
अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना आखिरी चुनाव 2004 में राम जेठमलानी के खिलाफ जीता था, जिन्होंने लखनऊ से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।
पिता के साथ की थी लॉ की पढ़ाई
अटल बिजारी वाजपेयी ने कानपुर के DAV कॉलेज से अपने पिता के साथ लॉ की पढ़ाई की थी। लॉ छात्र के रूप में पिता-पुत्र एक साथ एक सत्र के दौरान एक ही हॉस्टल के एक कमरे में रहे। 1950 के शुरुआती साल में RSS की मैगजीन निकालते थे, इस कारण उन्हें लॉ स्कूल से निकाल दिया गया था।
क्विट इंडिया मूवमेंट का थे हिस्सा
भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को 23 दिनों के लिए जेल में डाल दिया गया था।
शादी नहीं की पर गोद ली एक बेटी
अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की पर उनकी एक गोद ली हुई बेटी है, जिसका नाम नमिता है। उन्हें भारतीय संगीत और नृत्य में काफी दिलचस्पी है।
वाजपेयी जी के कार्यकाल में हुआ परमाणु परीक्षण
प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान, भारत ने पोखरण, राजस्थान में सफल परमाणु परीक्षण किया, जिसका नाम ऑपरेशन शक्ति था।
वाजपेयी जी मराठी भाषा के भी थें जानकार
अटल बिहारी वाजपेयी मराठी में भी पारंगत थे। उन्होंने वीर सावरकर की कविताओं का मराठी से हिंदी में अनुवाद किया।
दो मंथली के थे ऐडिटर
अटल बिहारी वाजपेयी 2 मंथली, राष्ट्रधर्म और पांचजन्य के संपादक रह चुके हैं।
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Updates.
Click & Join Our WhatsApp Group For Latest, Trending News and more updates..