Vivekananda Jayanti National Youth Day 2023 : स्वामी विवाकनंद जयंती को पूरा देश नेशनल यूथ डे के तौर पर मनाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि विवेकानंद के अनमोल विचारों ने युवाओं को रास्ता दिखाया था और आज भी दिखा रहे हैं। आपने दुनिया भर के मोटिवेशनल स्पीकर्स के स्पीच सुनें होंगे, पर एक दिन फुरसत में बैठकर विवेकानंद के विचार को भी पढ़ें आप समझ जाएंगे, जो मोटिवेशनल स्पीकर्स आज आपको ज्ञान दे रहें, ज्यादातर विचार तो विवेकानंद के विचारों से लिए गए या मिलते जुलते हैं। उनके विचारों में कुछ तो ऐसी बात थी, जो युवाओं को कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देता है। चलिए आज नेशनल यूथ डे (Vivekananda Jayanti National Youth Day 2023) पर जानते हैं स्वमी विवेकानंद के अनमोल विचार, जिसे युवाओं ने अपना लिया तो उनकी तकदीर बदल जाएगी। और विवेकानंद से जुड़े कुछ अनसुने फेक्ट्स।
स्वामी विवेकानंद की 160वीं जयंती पर जानिए उनसे जुड़ी इंट्रस्टिंग फैक्ट्स –
-स्वामी विवेकानंद ने 25 साल की उम्र में ही सांसारिक मोह का त्याग दिया था और संयासी बन गए थे।
-स्वामी विवेकानंद ने 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। आज भी देश भर में राम कृष्ण मिशन के अस्पताल लोगों का कम से कम पैसों में इलाज की सुविधा देता है।
-1898 में बेलूर में गंगा नदी के किनारे स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी।
-11 सितंबर 1893 में स्वामी विवेकानंद का अमेरिका के शिकागों में धर्म संसद में दिया भाषण ऐतिहासिक माना जाता जाता है। उन्होंने अपने स्पीच की शुरुआत ‘अमेरिका के भाइयों और बहनों’ कह कर की थी।
-स्वामी विवेकानंद अपने जीवनकाल में पांच बार वाराणसी आए थे। उन्होंने इसका जिक्र अपने पत्र में भी किया था।
-1902 में जब वो वाराणसी आए तो बीमार थे। वाराणसी में स्थित एलटी कॉलेज परिसर के गोपाल लाल विला में उन्होंने प्रवास किया था।
-स्वामी विवेकानंद का निधन सिर्फ 39 साल की उम्र में हो गया था।
स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन, जो आज भी युवाओं को करते हैं प्रेरित
-एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकि सब कुछ भूल जाओ।
-उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता।
-पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है फिर विरोध होता है और फिर उसे स्वीकार लिया जाता है।
-एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारो बार ठोकर खाने के बाद ही होता है।
-सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी वह एक सत्य ही होगा।
-खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
-जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
-हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं।
-बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है।
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Articles.