Pitru Paksha 2022 : पितृ पक्ष में जन्में बच्चों को लेकर लोगों में कई भ्रम होते हैं, लेकिन शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे रचनात्मक प्रवृति के साथ साथ शुभ होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों पर पितरों की विशेष कृपा होती है। पितृ पक्ष के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है। शास्त्रों के अनुसार, आइये जानते हैं पितृ पक्ष में पैदा होने बच्चों का स्वभाव और भविष्य और किन गल्तियों से लगता है पितृ दोष।
ज्योतिश शास्त्रों के अनुसार, यदि किसी घर में पितृ पक्ष के दौरान किसी बच्चे का जन्म होता है, तो उस घर में धीरे-धीरे तरक्की होने लगती है। पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे परिवार के लिए भी खुशियां लेकर आते हैं। साथ ही अपनी कला और रचना के जरिए जीवन में काफी कुछ हासिल करते हैं। इस पक्ष में जन्म लिए बच्चे, उनके अपने ही कुल के पूर्वज होते हैं। पितृ पक्ष में जन्में बच्चे काफी आगे बढ़ते हैं। इनकी सोच बहुत व्यापक होती है। पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे अपने घर परिवार के करीब होते हैं और उनका परिवार से लगाव रहता है।
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किन गल्तियों से लगता है पितृ दोष
शास्त्रों के अनुसार, पितरों के आशीर्वाद से परिवार और घर फलता-फूलता है, लेकिन अगर पूर्वज नाराज हो जाए तो कई पीढ़ियों तक पितृ दोष का प्रकोप झेलना पड़ता है। मान्यता है कि पितृ पक्ष में 15 दिनों के लिए पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने परिवार की ओर से किए गए पिंड दान, तर्पण से खुश होकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं। आइए जानते हैं किन गलतियों से लगता है पितृ दोष और पितृ दोष के लक्षण।
माता पिता का अनादर, मृत्यु के बाद परिजनों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान न करने पर पूरे परिवार पर पितृ दोष लगता है।
अकाल मृत्यु हो जाने पर परिवार की कई पीढ़ियां पितृदोष के चलते परेशान रहती है। अकाल मृत्यु होने पर पितर शांति पूजा करना जरूरी माना जाता है।
मृत्यु के बाद विधि विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया न की जाए तो परिवार व खानदान पर पितृ दोष लगता है।
पितरों का अपमान करना, पीपल, नीम और बरगद के पेड़ कटवाना, पितृ दोष का कारण बनते हैं।
कैसे पहचाने पितृ दोष
पितृ दोष होने पर घर में लोग किसी न किसी बीमारियों से परेशान रहते हैं। परिवार के सदस्य हमेशा अस्वस्थ रहते हैं।
पितृ दोष होने पर वैवाहिक जीवन में हमेशा तनाव बना रहता है। परिवार में एकता नहीं होती। अक्सर घर में झगड़े क्लेश होते है, मानसिक शांति नहीं मिलती।
पितृ दोष होने पर विवाह में बाधाएं होती है, शादी में तमाम परेशानियां आती हैं। नौकरी और व्यवसाय में अक्सर घाटा होना, कार्यस्थल पर आर्थिक के साथ मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती है।
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