Tihar Jail : पिछले कुछ हफ्तों से आप न्यूज और सोशल मीडिया पर आम आदमी पीर्टी के नेता सत्येंद्र जैन की खबरें तो जरुर पढ़ रहे होंगे। आए दिन तिहाड़ जेल (Tihar Jail) से उनकी नई-नई वीडियो लीक हो रही है, जिसमें वो कभी कैदी से मसाज लेते तो कभी बढ़िया बढ़िया खाना खाते दिख रहे हैं। इन सब videos के आने के बाद भाजपा आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो गई है। क्योंकि जेल में बैठे बैठे सतेंद्र जैन को मस्त VIP ट्रीटमेंट जो मिल रही है। भाजपा इसलिए भी ज्यादा हमलावार है क्योंकि तिहाड़ जेल का प्रशासन दिल्ली सरकार के अंडर में आता है। अब आप ये सोच रहे होंगे कि जब दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अंडर में है तो भारत का सबसे बड़ा तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अंडर में कैसै ? तो चलिए जानते हैं तिहाड़ की असली कहानी।
तिहाड़ जेल में हैं ये फैसिलिटीज़
चार्ल्स शोभराज, संजय दत्त, सतवंत सिंह, कहर सिंह, छोटा राजन इन सभी ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) की हवा खाई है। अब तिहाड़ फिर से चर्चा में है। बता दें, तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अंडर में हमेशा से नहीं था। तिहाड़ दिल्ली के 3 जेलों में से एक है। इस जेल में 9 सेंट्रल जेल हैं। तिहाड़ में कई करेक्टिव रिफॉर्म्स भी चलते हैं, जिसमें म्यूजिक थेरेपी, कढ़ाई-बुनाई, पढ़ाई-लिखाई सब होते हैं। तिहाड़ के ही एक कैदी ने जेल में ही पढ़ाई कर के UPSC सिविल सर्विस की परीक्षा भी पास कर ली थी। तिहाड़ जेल का खुद का एक रेडियो स्टेशन भी है।
क्यों दिल्ली सरकार के अंडर में है तिहाड़ जेल
तिहाड़ दिल्ली सरकार के अंडर इसलिए आता है क्योंकि प्रिज़न्स एक्ट 1894 (Prisons Act 1894) के तहत जेल एक स्टेट सब्जेक्ट है, और केंद्र इसे कंट्रोल नहीं कर सकता। ऐसे देखा जाए तो पुलिस भी एक स्टेट सब्जेक्ट है, फिर भी दिल्ली पुलिस तो केंद्र के अंडर आती है। इस पर सरकार का कहना है कि- पुलिस की कई तरीके की जिम्मेदारियां होती है। आए दिन दिल्ली में कोई पॉलिटिशियन, वीआईपी, फिल्मस्टार आते-जाते रहते हैं। साथ ही साथ दिल्ली एक यूनियन टेरिटरी भी है, इसलिए यहां पुलिस केंद्र के अंडर में रहती है।
कैसे दिल्ली सरकार के अंडर में आई तिहाड़
अब केंद्र क्यों अपने ऊपर एक और खर्चे का जिम्मा लेगी। क्योंकि अभी तिहाड़ का एक्स्पेंडिचर दिल्ली सरकार के जरिये होता है। तिहाड़ के इतिहास की बात करें तो, ओरिजिनल तिहाड़ 1958 में तिहाड़ गांव में बना था। तिहाड़ हमेशा से ही दिल्ली सरकार के अंडर में नहीं था। तिहाड़ एक मेक्सिमम सिक्योरिटी जेल था, जो पंजाब सरकार के अधीन था। 1966 में तिहाड़ जेल (Tihar Jail) का कंट्रोल NCTD (National Capital Territory of Delhi) को दिया गया।
IPS किरन बेदी ने तिहाड़ में किये थे कई बदलाव
1984 तक जेल में कुछ और चीजें बढ़ी और बदलाव हुए, कॉम्प्लेक्स बढ़ा, और तिहाड़ जेल से तिहाड़ कॉम्प्लेक्स बन गया। भारत का सबसे बड़ा जेल कॉम्प्लेक्स। IPS ऑफिसर किरन बेदी को जब तिहाड़ जेल का इंचार्ज बनाया गया। तब उन्होंने भी जेल में कई सुधार किये। कैदियों के लिए बेहतर शिक्षा, योगा, मेडिटेशन भी शुरु करवाया। जिन कैदियों की सजा खत्म होने वाली रहती है उनके लिए बकायदा प्लेस्मेंट प्रोग्राम भी होता है।
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Articles.