Poland Missile Attack : पोलैंड दुनिया के नक्शे पर मध्य यूरोप में बसा एक छोटा सा देश। इसका उत्तरी हिस्सा बाल्टिक सागर और उत्तर पूर्वी हिस्सा रूस और लुथिनिया से लगा है। पश्चिम में है जर्मनी और चेक रिपब्लिक और पूरब में है बेलारूस-यूक्रेन। इसलिए जब Poland की सीमा Ukraine से लगी हुई है। तो रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के जंग के बीच पोलैंड पर एक मिसाइल अटैक (Missile Attack) हो गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। और इस मिसाइल अटैक ने NATO देशों को इतना भड़का दिया है कि इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ना तय है।
NATO का काम क्या है
Poland साल 1999 से ही NATO का सदस्य है। NATO का मतलब है (North Atlantic Treaty Organization) इस संगठन में वर्तमान में 30 देश हैं, जिसमें से 28 देश यूरोप के और दो देश उत्तर अमेरिका के हैं। दूसरे वर्ल्ड वार के बाद बने इस संगठन का मकसद किसी देश पर आक्रमण होने पर उस देश की हर तरह से मदद करना। कह सकते हैं, इस संगठन की कमान अप्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका के ही हाथ में है। अमेरिका जैसे चाहता है इस संगठन के डिसिजन लेते रहता है।
पोलैंड पर हमला यानी अमेरिका पर हमला !
जैसा की पहले ही बताया पोलैंड है NATO का सदस्य, यानी पोलैंड पर हमला NATO पर हमला और NATO पर हमला का मतलब अमेरिका पर हमला। हालांकि अभी तक ये कंफर्म नहीं है कि Poland पर ये मिसाइल अटैक किसने किया है। पर माना ये जा रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जो जंग चल रही है। उसमें रूस ने यूक्रेन पर जो मिसाइलें दागी हैं, उन्हीं में से एक मिसाइल पोलैंड में भी गिरी और दो लोगों की मौत हो गई।
अभी तक कंफर्म नहीं कि मिसाइल किस देश से दागी गई
खुद पोलैंड के राष्ट्रपति Andrzej Duda ने न्यूज एजेंसीज़ से ये कहा है कि जो मिसाइल पोलैंड पर गिरी है वो, काफी हद तक संभव है कि Made in Russia है। लेकिन इसे चलाया कहां से गया है इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं रूस बार बार इस बात से इंकार भी कर रहा है कि उसने पोलैंड पर कोई मिसाइल अटैक किया है। कुछ न्यूज एंजीसियों ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से ये भी दावा किया है कि रूस के मिसाइल हमले के जवाब में यूक्रेन ने मिलाइल दागी थी और वही मिलाइल पोलैंड में जाकर गिर गई।
राष्ट्रपति Andrzej Duda ने किया ट्वीट
Poland पर मिलाइल हमले के बाद राष्ट्रपति Andrzej Duda ने एक ट्विट किया जिसमें उन्होंने NATO के आर्टिकल 4 को एक्टिवेट करने की मांग करी दी। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि- उन्होंने NATO के जनरल सेक्रेटरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जर्मनी के चांसलर Olaf Scholz को ये सूचना दे दी है कि Poland के एंबेस्डर NATO बैठक में भाग लेंगे और Article 4 को एक्टिवेट करने की रिक्वेस्ट करेंगे।
क्या है NATO का Article 4
NATO का Article 4 ये कहता है कि अगर संगठन के किसी भी देश को ये लगता है कि उसे डराया-धमकाया जा रहा है। या फिर उसके देश की सुरक्षा को खतरा है तो वो देश NATO के देशों से इंटरफेयर करने और उस मुद्दे पर उन देशों की राय जानने की मांग कर सकता है। ताकि बात विचार कर के जंग को टाला जा सके।
बात ज्यादा बिगड़ी तो Article 5 को करेंगे एक्टिवेट
पर अमेरिका- रूस से जंग का बहाना खोज रहा है। वो यूक्रेन के साथ चल रही रूस की जंग में, सीधे तौर पर यूक्रेन के साथ इसलिए खड़ा नहीं हो पा रहा है क्योंकि यूक्रेन NATO का सदस्य ही नहीं है। भले ही अमेरिका- यूक्रेन को पीछे से हथयारों और पैसों से मदद कर रहा हो, पर वो सामने नहीं आता। अगर बात और बिगड़ती है तो अमेरिका के दबाव में NATO आर्टिकल 4 नहीं बल्कि आर्टिकल 5 का इस्तेमाल कर सकता है। इसमें पीड़ित देश को हर तरह की सैन्य सहायता उपलब्ध करवाई जाती है, और संगठन उसके लिए जंग भी लड़ता है।
अमेरिका की एंट्री हुई तो रूस कर सकता है परमाणू हमला?
अभी फिलहाल अमेरिका वेट एंड वाच की स्थिति में है। पर अमेरिका ऐसै मौके की तलाश में हमेशा रहता है, जिसके जरिये वो अपनी पावर दिखा सके। अगर इसमे अमेरिका की एंट्री हुई तो खतरा और बड़ा है, कियोंकि रूस-यूक्रेन से युद्ध हारने की स्थिति में है और हालात ज्याद खराब होने पर रूस ने परमाणु हमले की भी धमकी दी है, जिसके बाद अमेरिका भी चुप नहीं बैठेगा। जाहिर है इन बड़े देशों के युद्ध से पूरी दुनिया पर इसका बुरा असर पड़ेगा।
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