Breast Cancer Awareness 2022 : एक रिसर्च के अनुसार, दुनिया भर में 50 साल की उम्र के अंदर के लोगों में कैंसर के केसेज़ में सबसे ज्यादा बढ़त हुई है। ब्रेस्ट कैंसर, लिवर कैंसर, किडनी कैंसर, पैंक्रियास्टिक कैंसर जैसे अन्य टाइप के कैंसर के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। अनफॉर्च्यूनेटली ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) आज पूरी दुनिया में महिलाओं के लिए एक मेजर हेल्थ इशु है। ये या तो सिम्पटोमैटिक (symptomatic) यानी लक्षण दिखने वाले होते हैं, या एसिम्पटोमैटिक (asymptomatic) यानी जिसमें लक्षण नहीं दिखते हैं। आज के दौर में हम ब्रेस्ट कैंसर से मुंह नहीं मोड़ सकते यानी ब्रेस्ट से जुड़ी समस्याओं को नजर अंदाज नहीं कर सकते, क्योंकि ये आगे चल के एक खतरनाक रूप ले सकता है।
asymptomatic breast cancer क्या है
asymptomatic ब्रेस्ट कैंसर होने पर इसका इलाज करना और कठिन हो जाता है, क्योंकि इसके बारे में अधिकतर महिलाओं को काफी लेट में पता चलता है। शुरुआती दौर में इसका पता लगाना असंभव होता है। इसके कारण इलाज भी देरी से शुरु होता है। एचसीजी कैंसर सेंटर जयपुर के कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ बीएस अंकित नेहरा के अनुसार, आज की लाइफ स्टाइल में महिलाएं एक स्पेसिफिक उम्र में आने पर ब्रेस्ट कैंसर की जांच जरुर करवाएं। क्योंकि इस बीमारी के इलाज के दौरान महिलाओं को बहुत अधिक कष्ट सहना पड़ता है।
जेनेटिक भी होने का खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा तब ज्यादा होता है, जब उसकी मां, बहन या परिवार के किसी अन्य महिला को यह बीमारी हो। विशेषज्ञों के अनुसार, ये जरुरी ही नहीं कि अगर आपके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर है तो आपको भी ये बीमारी होगी ही। ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है, पर ऐसा नहीं है कि ये बीमारी पुरुषों को नहीं होती।
ब्रेस्ट कैंसर यानी स्तन का कैंसर किसी को भी हो सकता है और आप लक्षणों के आधार पर इसकी पहचान कर सकती हैं। लेकिन इससे बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है।
नियमित एक्सरसाइज (Regular Exercise)
फिजिकली एक्टिव रहकर आप ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज (Exercise) या योग आपको ब्रेस्ट कैंसर के खतरे से बचा सकता है। ज्यादा मोटापा (obesity) और वज़न दोनों ही हेल्थ के लिए खराब है। इसलिए रेगुलर एक्सरसाइज कर के आप अपना वेट बैलेंस रखें। बढ़ा हुआ वजन भी ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण है।
स्मोकिंग और एलकोहल से रहें दूर (control your smoking and alcohol habbit)
शराब और सिगरेट का चलन आज की लाइफ स्टाइल में काफी आम है, पर ये आपको ब्रेस्ट कैंसर के खतरे की ओर ढकेल सकता है। कोशिश करें कि इनके सेवन से बचें। क्योंकि दोनों ही ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ावा देते हैं।
ब्रेस्ट फीडिंग (Breast Feeding)
ब्रेस्ट फीडिंग यानी स्तनपान भी ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में एक अहम भूमिका निभाता है। एक रिसर्च के अनुसार, जिन महिलाओं ने अपने बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग करवाया है। उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा पांच परसेंट कम रहता है, उन महिलाओं की तुलना में जिन्होंने अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग यानी स्तनपान नहीं करवाया है।
गर्भनिरोधक गोलियां खाने से बचें (Avoid taking birth control pills)
एक उम्र के बाद महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों (birth control pills) का सेवन करने से बचना चाहिये। 35 की उम्र के बाद महिलाएं अगर गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं, तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। महिलाएं जो स्मोकिंग और एलकोहल लेती हैं, उनमें इन पिल्स से हर्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
बैलेंस डाइट बेहतर करें (Eat nutritious food)
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए अपना बैलेंस डाइट बेहतर करें। अपने आहार में फल, जूस और हरी सब्जियों के सेवन को बढ़ाएं। कार्बोहाइड्रेट (carbohydrates) को अपनी डाइट में कम करें, क्योंकि इससे मोटापा बढ़ता है। खुद को हाइड्रेट रखने के लिए रोज कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी जरुर पीएं।