NavIC Indian Navigation System : NavIC भारत का अपना (Made in India) स्वदेशी नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम, जी हां सही पढ़ा भारत के पास भी खुद का अपना एक नेविगेशन सिस्टम है। अब इस स्वदेशी नेविगेशन ने बड़ी-बड़ी दिग्गज टेक कंपनियों जैसे सैमसंग (Samsung), एप्पल (Apple), शाओमी (Xiaomi) के होश ओर नींद दोनों उड़ा दिये हैं। ऐसे इसलिए क्योंकि भारत सरकार अब स्मार्टफोन निर्माताओं को जनवरी 2023 से भारत में बेचे जाने वाले स्मार्टफोन पर NavIC सिस्टम को इस्तेमाल करने को कह रही है। फिलहाल आपको RealMe के स्मार्टफोन्स में NavIC इंस्टॉल मिलेगा। वहीं बाकी बड़ी कंपनियां अभी अमेरिका के GPS का इस्तेमाल करते हैं। तो आइये जानते हैं स्वदेशी NavIC आखिर है क्या और क्या इसका इस्तेमाल इंडिया में GPS से बेहतर होगा या नहीं।
क्या है NavIC
नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन (NavIC), यानी अपना खुद का रीजनल नेविगेशन सिस्टम। NavIC GPS को Indian Regional Navigation Satellite System (IRNSS) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने साथ मिलकर बनाया है। 2018 में ISRO द्वारा IRNSS-I उपग्रह को लॉन्च किया गया था। IRNSS के सातों उपग्रहों से मिलकर ही NavIC बना है। पीएम मोदी ने भारतीय मछुआरों को समर्पित करते हुए इस इंडियन नेविगेशन सिस्टम का नाम नाविक (NavIC) रखा है।
क्यों और कब पड़ी NavIC की जरुरत
दरअसल, 1999 में जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल युद्ध के वक्त घुसपैठ करने की कोशिश की थी तो उस वक्त भारत के पास अपना कोई नेविगेशन सिस्टम नहीं था। भारत ने जब अमेरिका से GPS नेविगेशन सिस्टम शेयर करने के लिए रिक्वेस्ट किया तो अमेरिका ने सिक्योरिटी रिजन्स का हवाला देते हुए साफ मना कर दिया। तब ही सरकार को खुद के नेविगेशन सिस्टम की जरुरत महसूस हुई थी। 2007 से इस पर काम होना शुरु हुआ, पर सफलता 2013 में जाकर मिली। NavIC का मकसद भारत की सीमा से 1500km की दूरी तक के हिस्से में एक्यूरेट जानकारी उपलब्ध कराना है।
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भारतीय लोगों को क्यों चाहिये NavIC
सरकार का दावा है कि, NavIC का नेविगेशन सिस्टम ज्यादा सटीक होगा। इसे सात सैटेलाइट सपोर्ट करेंगे। इसके अलावा भारत में अमेरिका के GPS पर निर्भरता कम हो जाएगी। क्योंकि हमारे पास हमारा खुद का नेविगेशन सिस्टम होगा। अभी भी भारत में GPS की एक्यूरेसी 60 से 70 परसेंट है, पर हमारा खुद का नेविगेशन सिस्टम होने से हमे ज्यादा सटीक और सही जानकारी मिलेगी। NavIC एक एडवांस नेविगेशन सिस्टम है, जो 5 मीटर की दूरी से भी बिलकुल सटीक जानकारी दे सकता है। NavIC Dual फ्रीक्वेंसी (L5 और S ) से लैस है, जबकि अमेरिका के GPS में सिर्फ एक ही फ्रिक्वेंसी होती है। इतने सारे एडवांस फीचर्स के चलते इसे अमेरिका के GPS, Russia के ग्लोनास और Europe के गैलीलियो के टक्कर का माना जा रहा है, जो पूरे भारत में बिल्कुल सटीक जानकारी दे सकता है।
Tech कंपनियों को क्या है दिक्कत
ज्यादातर स्मार्टफोन्स में प्रोग्रामिंग GPS के हिसाब से बनाई जाती है। इसलिए NavIC को स्मार्टफोन्स में इंस्टाल करने के लिए कंपनियों को उनके Hardware और Software में बदलाव करने होंगे। फिल्हाल RealMe अपने कुछ मॉड्ल्स जैसे Realme X50 Pro 5G, Realme 6 Series, Redmi Note 9 Series में भी आपको NavIC का सपोर्ट मिलेगा। फिलहाल बाकी कंपनियां भारत के इस नेविगेशन को अपने फोन्स में जगह देती है या नहीं, ये देखने वाली बात होगी।