Investing in ETF : इन दिनों सोने और चांदी की कीमतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से दुनिया में भू-राजनीतिक संकट बढ़ रहा है, इससे इन धातुओं में और तेजी देखने को मिल सकती है। यह निवेश के लिए सही समय भी साबित हो सकता है। जो निवेशक इसके लिए मन बना रहे हैं, उनके लिए गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। भौतिक सोने के मुकाबले इनसे आपको अधिक मुनाफा हो सकता है।
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ को समझें
दुनिया में किसी तरह का संकट बढ़ने पर सोने में निवेश बढ़ जाता है। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी ईटीएफ निवेश (Investing in ETF) के सबसे सस्ते ऑप्शन में से एक है। इन्हें शेयरों की तरह स्टॉक एक्सचेंज में खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके लिए डीमैट खाता खुलवाना जरूरी होता है। गोल्ड या सिल्वर ईटीएफ को शेयरों की तरह तय मात्रा में एकमुश्त रकम देकर या एसआईपी के जरिए खरीदा जा सकता है। 100 रुपये की न्यूनतम राशि से भी निवेश किया जा सकता है। अधिकतम राशि की कोई लिमिट तय नहीं है।
शेयर की तरह कभी भी बेच सकते हैं
यह डीमैट खाते में नेट एसेट वैल्यू (NAV) के रूप में शो होते हैं। इसमें कोई लॉक इन पीरियड नहीं होता है। जब जरूरत हो या ईटीएफ के दाम बढ़ने या घटने लगें तो इन्हें बेचा जा सकता है। कुछ कंपनियां गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ (Investing in ETF) जारी करती हैं। यह उन इन्वेस्टर्स के लिए बेहतर ऑप्शन है, जो लंबी अवधि (Lonf Period) में अधिक मुनाफा चाहते हैं।
एक साल में तगड़ा रिटर्न
आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल तक ही सोने में आई तेजी ने करीब 14 परसेंट का मुनाफा दिया है। बीते छह महीनों में रिटर्न 25.5 परसेंट और बीते एक साल में 17.8 परसेंट रहा है। वहीं, गोल्ड ईटीएफ में औसत रिटर्न बीते वित्त वर्ष में 15 से 18 परसेंट के बीच रहा है। दूसरी तरफ, पिछले तीन महीनों में चांदी ने 13 परसेंट का जबरदस्त रिटर्न दिया है।
ETF में इन्वेस्ट करने के 7 फायदे
7 Benefits of Investing in ETF
1 – शेयर की तरह कभी भी खरीद-बेच सकते हैं
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश (Investing in ETF) काफी आसान है। इसे डीमैट खाते से शेयर की तरह खरीद-बेच सकते हैं।
2 – कम निवेश में एसआईपी से भी खरीद सकते हैं
जो लोग एक साथ ईटीएफ में मोटा निवेश नहीं कर सकते, उनके लिए एसआईपी की सुविधा मौजूद है। छोटी रकम से निवेश किया जा सकता है।
3 – कीमतों में कम उतार-चढ़ाव
ईटीएफ में निवेश कम उतार-चढ़ावा वाला होता है। इससे ज्यादा नुकसान की चिंता नहीं सताती है।
4 – अधिक तरलता
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ उच्च तरलता वाले होते हैं। यानी इन्हें जब चाहें तब खरीदा और बेचा जा सकता है।
5 – सुरक्षा के तौर पर इस्तेमाल
ETF स्टाफ को सुरक्षा के तौर पर इस्तेमाल कर बिना परेशानी के लोन ले सकते हैं।
6 – चोरी होने का डर नहीं
भौतिक सोना या चांदी की तरह ईटीएफ के रखरखाव का झंझट नहीं होता हैं। मतलब इसकी सुरक्षा को लेकर फ्रिक नहीं करना पड़ता है। यह पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
7 – शुद्धता की गारंटी
ETF से जो सोना या चांदी खरीदे जाते हैं, उसकी शुद्धता 99.9% होती है, जो सबसे हाई क्वालिटी की शुद्धता है।
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