Atiq-Ashraf Murder : अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को दिनदहाड़े पुलिस कस्टडी में होते हुए भी हत्या कर दी गई। 3 आरोपी लवलेश, अरूण और सनी सिंह पकड़े भी गए हैं। 17 पुलिस वाले सस्पेंड भी हुए। जांच चल रही है। सीएम योगी ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ADG लखनऊ संग बैठक की। हत्या (Atiq-Ashraf Murder) के दूसरे दिन कड़ी सुरक्षा में दोनों भाइयों को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया। पर अभी भी 5 ऐसे अनसुलझे सवाल हैं, जिसके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं।
क्यों की गई अतीक और अशरफ की हत्या
सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर अतीक ब्रदर्स को तीनों शूटरों ने मारा (Atiq-Ashraf Murder) क्यों। भले ही तीनों ने ये कहा हो कि अपना दबदबा बनाने के लिए माफिया को मार दिया। पर न तो पुलिस के और न ही लोगों के गले से ये बात उतर रही है। आखिरी बार अशरफ गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ बताने जा रहा था वो राज भी उसके साथ दफन हो गई। सवाल तो ये भी है कि वो कौन सा पुलिस अधिकारी था जिस परअशरफ ने आरोप लगाया था कि उसे दो हफ्ते में मारने की धमकी दी गई है। वो लिफाफा, सीएम और इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के पास पहुंचा या नहीं जिस लिफाफे की बात अशरफ कर रहा था।
सुप्रीम कोर्ट में अतीक ने पहले ही कहा था उसकी जान को है खतरा
साबरमती से प्रयागराज लाते वक्त अतीक ने अपनी जान का खतरा बताया था। उसने एक बार मीडिया को ये भी कहा था कि धन्यवाद आप लोगों की वजह से हम सही सलामत आ गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जान की खतरा (Atiq-Ashraf Murder) बताकर रिट भी दाखिल किया था। सुप्रीम कोर्ट ने अतीक को कहा था पुलिस आपकी रक्षा करेगी। फिर भी चूक कहां हुई और कैसे मीडिया अतीक के इतने करीब पहुंच गई।
अतीक-अशरफ के इतने करीब शूटर कैसे पहुंचे
उमेश पाल अपहरण में सुनवाई के लिए अतीक को कड़ी सुरक्षा के बीच साबरमती जेल से नैनी जेल दो बार लाया ले जाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अतीक को लाने ले जाने में 10 लाख का खर्च आया। सुरक्षा इतनी की कोई पास भटकने की सोच भी नहीं सकता तो उस दिन इतनी बड़ी लापरवाही कैसे इतने पुलिसकर्मियों के होते हुए शूटर अतीक और अशरफ के इतने पास कैसे आ गए।
मेड इन टर्की पिस्टल कहां से आई
आरोपियों की पास इतनी महंगी टर्किश पिस्टल जो भारत में बैन है आई कहां से। जिस जिगाना पिस्टल से सनी ने अतीक को मारा था वो पिस्टल भारत में बैन है। इसकी कीमत 6 से 7 लाख रुपये बताई जा रही। तीनों आरोपियों का बैकग्राउंड मीडिया ने पता किया तो ये सामने आये कि सभी मिडिल क्लास और लोअर क्लास फैमिली से हैं तो इन्हें ये पिस्टल दी किसने।
तीन आरोपी, तीनों का आपराधिक रिकॉर्ड, तीनों के जिले अलग
अतीक-अशरफ की हत्या करने पहुंचा पहला आरोपी लवलेश बांदा निवासी है। दूसरा सनी सिंह हमीरपुर और अरुण मौर्या कासगंज का निवासी है। तीन अलग-अलग जिलों में रहने वाले बदमाश साथ में कैसे पहुंचे और इनकी जान पहचान कैसे हुई। इन सवालों के जवाब पुलिस भी तलाश रही है। उम्मीद है जल्द ही अतीक – अशरफ की हत्या से जुड़े ये 5 अनसुलझे रहस्या खुलेंगे।
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