Manish Sisodia arrested : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कथित शराब घोटाले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों के अनुसार, CBI ने सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने में शामिल होने के कारण गिरफ्तार (Manish Sisodia arrested) किया है। ये गिरफ्तारी 2021-22 के लिए (अब रद्द की जा चुकी) दिल्ली शराब नीति (Delhi Liquor Policy) के इम्पिलीमेंटेशन में भ्रष्टाचार के संबंध में है। सिसोदिया को (IPC) की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 477A (धोखाधड़ी करने का इरादा) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के आधार
– पूछताछ में सरकारी गवाह बने दिनेश अरोड़ा के आरोप का नहीं कर सके खंडन
– दक्षिण लॉबी ने 100 करोड़ रुपये का एडवांस क्यों दिया, नहीं दे सके जवाब
– डिजिटल साक्ष्यों और गवाहों के बयानों पर नहीं दे सके संतोषजनक जवाब
– नई आबकारी नीति आने के पहले ही शराब कंपनियों के पास कैसे पहुंच गई
– छापेमारी से पहले अन्य आरोपियों के साथ सिसोदिया ने भी मोबाइल नष्ट किए
Know in 10 points why Manish Sisodia arrested
- CBI ने कहा कि मनीष सिसोदिया के जवाब संतोषजनक नहीं थे और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
- आठ घंटे की पूछताछ के दौरान, सिसोदिया का सामना CBI द्वारा इकट्ठा किए गए सबूतों के साथ किया गया, जिसमें दस्तावेजी और डिजिटल सबूत शामिल थे।
- हालांकि, सिसोदिया अपना बचाव करने में विफल रहे। सिसोदिया की गिरफ्तारी (Manish Sisodia arrested) पर दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री निर्दोष हैं और उनकी गिरफ्तारी ‘गंदी राजनीति’ है।
- इंडिया टूडे के अनुसार, दिल्ली शराब नीति में कुछ विवादास्पद प्रावधान जोड़े गए थे जो पहले मसौदे (Draft) का हिस्सा नहीं थे। CBI द्वारा इसके बारे में पूछे जाने पर, सिसोदिया यह बताने में विफल रहे कि उन प्रावधानों को अंतिम मसौदे में कैसे शामिल किया गया।
- पॉलिसी के मसौदे (Draft) में किए गए बदलावों पर, सिसोदिया ने ज्यादातर कहा -“मुझे नहीं पता”।
- आबकारी विभाग में काम करने वाले एक अधिकारी के एक बयान से ड्राफ्ट में हेरफेर करने में सिसोदिया की भूमिका का खुलासा हुआ। जब्त किए गए डिजिटल उपकरणों की फॉरेंसिक जांच से पता चलता है कि ये प्रावधान (Provision) व्हाट्सएप पर एक अधिकारी की ओर से रिसीव किए गए थे।
- आबकारी विभाग में डिस्कशन/फाइलों का कोई रिकॉर्ड नहीं था जो यह दर्शाता हो कि इन प्रोविजन्स को अंतिम ड्राफ्ट में कैसे शामिल किया गया था।
- इसके अलावा, केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक नौकरशाह (bureaucrat’s) के बयान के आधार पर आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता को गिरफ्तार करने का भी फैसला किया। एक शीर्ष नौकरशाह (bureaucrat) ने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति के ड्राफ्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- मनीष सिसोदिया, जिन्हें CBI की प्राथमिकी में आरोपी नंबर एक के रूप में आरोपित किया गया था, से पहले 17 अक्टूबर 2022 को पूछताछ की गई थी, एजेंसी द्वारा 25 नवंबर को चार्जशीट दाखिल करने से एक महीने पहले।
- CBI ने चार्जशीट में सिसोदिया का नाम नहीं लिया था क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके और अन्य संदिग्धों और अभियुक्तों (suspects and accused) के खिलाफ जांच को खुला रखा था।
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