Superbug Bacteria : इस साल यानी 2023 में करीब 1 करोड़ लोगों की जान जा सकती है, पर ये मत सोचिये की सिर्फ कोरोना ही इसका जिम्मेदार है। बल्की इसकी वजह है Superbug, जी हां ये एक बैक्टेरिया है जो अमेरिका में तेजी से फैल रहा है। मेडिकल जर्नल लासेंट की रिपोर्ट के अनुसार, अगर सुपरबग इसी तेजी से बढ़ता रहा तो, इसके कारण हर साल 1 करोड़ लोगों की मौत हो सकती है। अब तक सुपर बग के कारण हर साल 13 लाख लोगों की जान जा रही है।
सुपरबग क्या है?
Superbug एक बैक्टेरिया का ही रुप है, ह्यूमन बॉडी में कुछ बैक्टेरिया फ्रेंड्ली होते हैं औक कुछ घातक होते हैं। सुपरबग इंसानों के लिए खतरनाक है। ये बैक्टेरिया, वायरस और पैरासाइट का स्ट्रेन है। जब बैक्टेरिया, वायरस, फंगस या पैरासाइट समय के साथ बदल जाते हैं तो उस वक्त दवा उनपर असर करना बंद कर देता है।
सबसे तेज एंटीबायोटिक्स भी बेअसर
इससे एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस पैदा होता है, जिसके बाद संक्रमण का इलाज काफी कठिन हो जाता है। यानी Superbug उस समय की स्थिति है जब मरीज की बॉडी पर कोई भी दवा बेअसर हो जाती है। ये बैक्टीरिया शरीर में एनडीएम-1 नामक एंजाइम बनाता है, जिस पर दवाइयों का भी असर नहीं होता है। यहां तक कि कार्बापेनेम्स नामक सबसे शक्तिशाली एंटी बायोटिक्स भी इस पर बेअसर साबित हुआ।
सुपरबग होता कैसे है?
एंटिबायोटिक दवा के अधिक इस्तेमाल से Superbug होने का खतरा होता है। डॉक्टरों के अनुसार, फ्लू, वायरस संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक्स लेने पर सुपरबग बनने के अधिक चांस होते हैं, जो धीरे-धीरे दूसरे इंसानों को भी संक्रमित कर देते हैं। सुपरबग एक कम्यूनिकेबल डिसीज़ है। ये किसी के शरीर पर लगी चोट के टच में आने पर, लार या यौन संबंध बनाने से भी फैलने लगता है।
सुपरबग का इलाज
फिलहाल Superbug की कोई भी दवा नहीं है, पर सही तरीके से बचाव और ध्यान रखकर इसे टाला जा सकता है। बिना डॉक्टर के प्रेसक्प्शन के एंटीबायोटिक दवाएं न खाएं। लासेंट की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में ICMR ने 10 अस्पतालों में स्टडी किया और पाया कि कोविड के दौरान लोग एंटीबायोटिक का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे है, और सुपरबग के कारण स्थिति और ज्यादा खराब हो गए। स्टडीज के अनुसार, अगर एंटीबायोकिट का इस्तेमाल इसी तेजी से बढ़ता रहा तो आने वाला टाइम और खतरनाक हो सकता है।
Follow our page on Facebook, Twitter and Instagram for more amazing facts, trending topics and News Articles.